भारत के युवा तेज गेंदबाज नवदीप सैनी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण शानदार रहा। हालांकि, उनकी एक गलती ने इसमें दाग लगा दिया। अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने उन्हें एक डिमेरिट पॉइंट दिया है। नवदीप अपना पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने के बाद कुछ ज्यादा ही जोश में आ गए थे। उन्होंने शनिवार को फ्लोरिडा में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी-20 मैच में निकोलस पूरन को एलबीडब्ल्यू आउट किया था। यह उनके करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट था। विकेट लेने के बाद उन्होंने जिस तरह जश्न मनाया, आईसीसी ने ‘एग्रेसिव गेस्चर’ माना है। उनके जश्न मनाने का अंदाज आईसीसी की आचार संहिता के खिलाफ है।

आईसीसी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ‘नवदीप सैनी को आईसीसी की प्लेयर्स एंड प्लेयर सपोर्ट पर्सनल के लिए बनाई गई आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। यह अनुच्छेद बल्लेबाज के आउट होने के बाद गेंदबाज को उसके प्रति आक्रामक अंदाज में जश्न मनाने से रोकता है। उन पर एक डिमेरिट पॉइंट दिया गया है।’ मैदानी अंपायर नाइजेल डुगुइड और ग्रेगोरी ब्रैथवेट और थर्ड अंपायर लेसली रीफर और चौथे ऑफिशियल पैट्रिक गस्टर्ड ने नवदीप सैनी को यह सजा दी है।

आईसीसी के बयान में कहा गया है कि नवदीप ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। उन्होंने मैच रेफरी जेफ क्रो द्वारा दिया गया प्रस्तावित दंड स्वीकार कर लिया है, इसलिए इस मामले में आगे की सुनवाई की कोई जरूरत नहीं है। क्रो आईसीसी के मैच रेफरी के एलीट पैनल में शामिल हैं। भारत ने पहला टी-20 4 विकेट से जीता था। उस मैच में नवदीप सैनी ने 4 ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट लिए थे। टीम इंडिया ने दूसरे टी-20 में डकवर्थ लुईस नियम के अनुसार, 22 रन से जीत हासिल की। इसके साथ ही उसने 3 मैचों की टी-20 सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त भी हासिल कर ली।