पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने एन श्रीनिवासन से जुड़े विवाद को लेकर बीसीसीआई पर आज गहरी नाराजगी जताई और इस मामले पर आईपीएल की गवनि’ग काउंसिंल की ‘‘चुप्पी’’ को लेकर सवाल उठाए।
आजाद ने कहा कि यह मुद्दा तो एक मामूली सी झलक भर है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासकीय निकाय :गवनि’ग काउंसिंल: में कई लोगों के निहित हित जुड़े हुए हैं।
उच्चतम न्यायालय ने आज श्रीनिवासन से इंडिया सीमेन्ट्स में उनकी अंशधारिता का ब्यौरा, इसके बोर्ड के सदस्यों की जानकारी देने को कहा। साथ ही न्यायालय ने उनसे यह भी बताने को कहा कि कंपनी के स्वामित्व वाले चेन्नई सुपर किंगस पर किसका नियंत्रण है।
न्यायालय ने प्रस्ताव दिया है कि बीसीसीआई के चुनाव कराए जा सकते हैं लेकिन वह लोग चुनाव नहीं लड़ पाएंगे जिनके नाम मुद्गल रिपोर्ट में हैं। न्यायालय के मुताबिक आईपीएल…6 घोटाले पर निर्णय नया बोर्ड करेगा।
मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच करने के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त मुद्गल समिति की रिपोर्ट में श्रीनिवासन के दामाद गुरूनाथ मयप्पन के नाम का जिक्र है।
आजाद ने कहा ‘‘बीसीसीआई और आईपीएल कानून से उच्च्पर हैं क्योंकि गवनि’ग काउंसिल में जो लोग हैं वह रसूखदार पदों पर हैं। वे विभिन्न राजनीतिक दलों से संबद्ध हैं। इनमें से कई तो गवनि’ग काउंसिल में हैं और उनके निहित हित हैं।’’
बीसीसीआई के धुर आलोचक आजाद ने कहा ‘‘यह तो केवल एक झलक है। जब पूरा घटनाक्रम हो रहा था तब गवनि’ग काउंसिल ने अपनी आंखें क्यों बंद कर रखी थीं।’’