देवेंद्र पांडे। सलामी बल्लेबाज आयुष शिंदे ने सोमवार 18 नवंबर 2024 को हैरिस शील्ड रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया। 15 साल के आयुष शिंदे ने मुंबई के क्रॉस मैदान पर अंडर-16 हैरिस शील्ड में पार्ले तिलक विद्या मंदिर के खिलाफ मैच में जनरल एजुकेशन अकादमी की ओर से नाबाद 419 रन बनाए।
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली का रिकॉर्ड तोड़ा
आयुष ने इस स्कोर के साथ लड़कों के अंडर-16 टूर्नामेंट में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया। आयुष शिंदे ने 152 गेंदों पर नाबाद 419 रन की पारी खेली, जिसमें 43 चौके और 24 छक्के शामिल थे। उनकी पारी की मदद से जनरल एजुकेशन अकादमी ने पार्ले तिलक विद्या मंदिर को 464 रन से हराया।
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में शारदा विद्या मंदिर की ओर से खेलते हुए नाबाद 326 रन बनाए थे। सचिन तेंदुलकर ने तब विनोद कांबली के साथ 664 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की थी। विनोद कांबली ने नाबाद 349 रन बनाये थे।
आयुष टूर्नामेंट के रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराने की खुशी मना सकता है, लेकिन अपनी इस सफलता का श्रेय वह अपने पिता को भी देता है। आयुष के पिता सुनील सतारा में टेनिस बॉल क्रिकेटर थे। एक दशक पहले जब उनके बेटे ने क्रिकेट में बहुत रुचि दिखाई तब उन्होंने मुंबई में रहने का फैसला किया। अब वह नवी मुंबई के कामोठे में एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। जहां वह सोने की चेन और आभूषण बनाने का काम करते हैं।
सुनील याद करते हुए कहते हैं, ‘जब वह (आयुष) छह साल का रहा होगा, तब उसने क्रिकेट में दिलचस्पी दिखानी शुरू की। टेनिस बॉल क्रिकेटर होने के नाते, हमने सोचा कि चलो मुंबई चले जाते हैं। मेरा काम कौशल-आधारित है, इसलिए मैं कहीं भी काम कर सकता हूं। हम नवी मुंबई आ गए और किराये के घर में रहने लगे।’
टीम में नहीं चुने जाने पर कहा था- अब मैं 500 रन बनाऊंगा
सुनील ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि पिछले सीजन में उनका बेटा और भी जिद्दी हो गया था, जब उसे मुंबई अंडर-14 टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला, जो राजकोट गई थी। सुनील शिंदे ने कहा, ‘उसे चार मैच के लिए बेंच पर बैठा दिया गया था और मौका न मिलने से वह बहुत दुखी था। वह पिछले सीजन में हैरिस शील्ड में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज था, लेकिन फिर भी उसे मौका नहीं मिला। वह अपने कोचेस से शिकायत करता था कि उसे कोई मौका नहीं मिला। वे कहते थे और अधिक रन बनाओ। यह बात उसके दिमाग में बैठ गई। अब वह 500 रन बनाना चाहता है।’ सुनील ने बताया, ‘आयुष ने मुझसे कहा कि उन्होंने मुझे 100-200 रन बनाने के बावजूद नहीं लिया, अब मैं 500 रन बनाऊंगा।’
अभ्यास करते हुए तोड़ चुके हैं 3 टीवी
कई युवाओं की तरह आयुष का सपना भी एक दिन भारत के लिए खेलना है। उनके पिता कहते हैं कि वह जुनूनी और केंद्रित है। वह अपनी प्रैक्टिस नहीं छोड़ता। अगर हम लोग किसी रिश्तेदार से मिलने जाना चाहते हैं, तो वह साफ-साफ कहता है कि वह अपना सेशन नहीं छोड़ेगा। सुनील ने बताया, ‘उसने घर पर अभ्यास करते हुए 3 टीवी तोड़ दिए हैं। कभी-कभी अगर हम अपने रिश्तेदारों से मिलने जा रहे होते हैं तो वह कहता है कि तुम जाओ, मैं अपना अभ्यास करूंगा। वह अपने बल्ले के साथ सोता है। वह जुनूनी है। मैं चाहता हूं कि वह वह हासिल करे जो वह चाहता है।’
संक्षिप्त स्कोर: जनरल एजुकेशन अकादमी: 45 ओवर में 648/5 (आयुष शिंदे 419 नाबाद, 152 गेंद, 164 मिनट, 43 चौके, 24 छक्के, आर्य कार्ले 78, इशान पाठक नाबाद 62 रन)। पार्ले तिलक विद्या मंदिर: 39.4 ओवर में 184 रन पर ऑलआउट (आदेश तावड़े 41, देवराय सावंत 34)। नतीजा: जनरल एजुकेशन अकादमी ने पार्ले तिलक विद्या मंदिर को 464 रन से हराया।