देवेंद्र पांडे। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर की प्रतिमा का अनावरण करके उन्हें सम्मानित किया। इसके अलावा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और एमसीए अध्यक्ष शरद पवार की नवनिर्मित प्रतिमा भी प्रदर्शित की। एसोसिएशन ने शनिवार (23 अगस्त) को इस अनुभवी प्रशासक के नाम पर एक संग्रहालय (Museum) का भी उद्घाटन किया। संग्रहालय के बाहर अपनी प्रतिमा देखकर गावस्कर भावुक हो गए।

गावस्कर ने कहा, “आप जानते हैं, ऐसा हर किसी के साथ नहीं होता कि आपको पता हो कि संग्रहालय के ठीक बाहर एक मूर्ति है, जहां संग्रहालय देखने के लिए बहुत से लोग आते हैं। और इसलिए हर बार जब आप संग्रहालय में प्रवेश करते हैं तो मूर्ति को देखते हैं। यह एक अनोखी बात है और इसलिए मैं अभिभूत हूं। मैंने पहले भी कहा है कि मुंबई मेरी मां की तरह है। उसने मेरा हाथ थामा है जब मैंने स्कूल स्तर पर क्रिकेट खेलना शुरू किया था। मुंबई के लिए खेल रहा था।”

कद बराबर मूर्तियां बनाने का फैसला

एमसीए ने इस साल की शुरुआत में अपने संग्रहालय के साथ-साथ कद बराबर मूर्तियां बनाने का फैसला किया था। इसने अपनी पुरानी कांगा लीग लाइब्रेरी को भी पुनर्जीवित किया है। नया संग्रहालय अतीत और वर्तमान के क्रिकेट को समर्पित है और एमसीए ने इसमें एक छोटा सा बेस्ट और ट्रेन सेक्शन बनाकर लोकल फ्लेवर भी जोड़ा है, जो हर मुंबईकर के संघर्ष को दर्शाता है।

Rohit Sharma World Cup T shirt, Bapu Nadkarni blazer, MCA museum
संग्रहालय में बापू नाडकर्णी के ब्लेज़र से लेकर रोहित शर्मा की विश्व कप टी-शर्ट तक, कई सामान मौजूद हैं। (एक्सप्रेस फोटो)

दादर यूनियन वाले कैप का किस्सा का गावस्कर ने सुनाया

गावस्कर ने बताया कि कैसे उन्होंने 1981 में ऑस्ट्रेलिया में भारत के लिए खेलते हुए अपने क्लब दादर यूनियन की कैप पहनने का फैसला किया था। मेलबर्न में कपिल देव ने पांच विकेट लिए थे। मैच से एक दिन पहले उनकी तबियत खराब हो गई थी। उन्होंने कहा, “उन्होंने (कपिल) इंजेक्शन लिए, फिर पेन किलर इंजेक्शन लिए और फिर गेंदबाजी करने आए। और यह एक मुश्किल स्थिति थी। आप जानते ही होंगे कि मैं अंधविश्वासी हूं। मेरे पास दादर यूनियन की कैप थी जो भाग्यशाली थी और यही वजह है कि मैंने उस दिन वह कैप पहनी थी, भारत की कैप नहीं। (ऑस्ट्रेलिया) को लगभग 60 या 80 रन बनाने थे और फिर वे तीन विकेट खो देते। इसलिए उस कैप का महत्व सिर्फ दादर यूनियन के लिए ही नहीं है। यह उस दिन पहनी गई थी जिस दिन भारत ने 1981 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।”

गावस्कर के प्रतिमा में 10000 टेस्ट रन की झलक

एमसीए अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने बताया कि एसोसिएशन ने गावस्कर को कुछ विकल्प भेजे थे कि वह कैसा बल्लेबाजी एक्शन चाहते हैं और इस अनुभवी खिलाड़ी ने वह शॉट चुना, जिससे उन्होंन10000 टेस्ट रन पूरे किए थे। उन्होंने कहा, “हमने उन्हें कुछ तस्वीरें भेजीं और उन्होंने यह तस्वीर चुनी। यह एमसीए के लिए एक बड़ा दिन है क्योंकि हम इस इतिहास को एक जगह समेटने में कामयाब रहे हैं। इस संग्रहालय के निर्माण में बहुत सोच-विचार किया गया है। हम चाहते थे कि आने वाली पीढ़ी हमारे समृद्ध इतिहास और हर एक की कड़ी मेहनत को देखे।”

किताब दान करेंगे गावस्कर

गावस्कर ने बताया कि वह कांगा लीग लाइब्रेरी में पुरानी और खेल संबंधी किताबें पढ़ने आते थे। उन्होंने कहा, “जब कंगा लाइब्रेरी सीसीआई नॉर्थ स्टैंड पर थी, तब मैं वहां जाता था और फिर वह यहां भी आ गई। मैं वहां किताबें लेने जाता था और मैंने पहले भी कुछ किताबें दान की हैं। मुझे लगता है कि अब मैं अपनी क्रिकेट से जुड़ी कुछ किताबें लाइब्रेरी को दान कर दूंगा। जरूरी नहीं कि आने वाली पीढ़ी ही इन किताबों और जीवनियों को पढ़ सके, बल्कि पुरानी पीढ़ी भी इन किताबों को पढ़ सकती है। “