भारत से न्यूजीलैंड में बसने के बाद एजाज पटेल को क्रिकेट से लगाव हो गया पर तेज गेंदबाजी को छोड़ स्पिन गेंदबाजी करने से उनके लिए खेल के शीर्ष स्तर में प्रवेश का रास्ता तैयार हुआ। न्यूजीलैंड में बसना और स्पिन गेंदबाजी करना दोनों ही उनके लिए कारगर रहा। आज वे टेस्ट क्रिकेट के 144 साल लंबे इतिहास में सभी 10 विकेट चटकाने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए।
एक तेज गेंदबाज के रूप में बड़े हो रहे एजाज पटेल की प्रतिभा तभी दिखाई दी जब उन्होंने स्पिन गेंदबाजी करना शुरू किया। पांच फीट छह इंच के इस क्रिकेटर ने महसूस किया कि वह बतौर तेज गेंदबाज अच्छा नहीं कर सकेंगे जिससे उन्होंने 20 साल की उम्र के बाद स्पिन गेंदबाजी पर ध्यान लगाना शुरू किया।
खेल में अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल करने से काफी समय पहले न्यूजीलैंड के पूर्व स्पिनर दीपक पटेल ने उन्हें तेज गेंदबाजी छोड़कर स्पिन गेंदबाजी करने के लिए प्रोत्साहित किया था। दीपक तब न्यूजीलैंड की अंडर-19 टीम के कोच थे।
ओशिवारा के स्कूल में टीचर थीं एजाज की मां
ऐजाज के परिवार का जोगेश्वरी में एक घर है। उनकी मां ओशिवारा के निकट एक स्कूल में पढ़ाया करती थीं जबकि उनके पिता ‘रेफ्रीजरेशन’ व्यवसाय से जुड़े थे। जब उनके माता पिता ने 1996 में मुंबई के जोगेश्वरी से न्यूजीलैंड जाने का फैसला किया था तो एजाज केवल आठ वर्ष के थे। नए माहौल में उन्हें इस खेल से लगाव हो गया और वह खुद के लिए नाम कमाने की कोशिश में जुट गए।
ऐजाज के बड़े चचेरे भाई ओवेस पटेल यहां रहते हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘‘यह पूरे परिवार के लिये गर्व का पल है। हम अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे थे लेकिन यह अद्भुत है। दुखद है कि मैं उसकी उपलब्धि को देखने के लिये मैदान पर नहीं था। मुझे काम के लिये ऑफिस आना था इसलिये मैंने इसे टीवी पर ही देखा।’’
डेब्यू टेस्ट में कांप रहे थे हाथ…
उस क्रिकेटर के लिए यहां तक पहुंचना किसी कारनामे से कम नहीं है जिसे यह स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं हो कि, जब टेस्ट क्रिकेट में उन्हें पहली बार गेंद सौंपी गई थी तो उनके ‘हाथ कांप रहे थे’। भारत के खिलाफ एक पारी में सभी 10 विकेट लेकर एजाज ने अपना नाम इतिहास के पन्नों पर अमर कर लिया है।
मुंबई में जन्में न्यूजीलैंड के ऐजाज एक पारी में सभी 10 विकेट चटकाकर शनिवार को जिम लेकर और अनिल कुंबले की बराबरी पर पहुंच गए। उन्होंने साथ ही न्यूजीलैंड के गेंदबाज के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में महान खिलाड़ी रिचर्ड हैडली के रिकार्ड को भी पीछे छोड़ दिया। हैडली ने 1985 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 52 रन देकर नौ विकेट झटके थे।