भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी रॉबिन उथप्पा ने बड़ा दावा किया है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा रहे स्टार बैटर का मानना है रोहित शर्मा के बाद टेस्ट क्रिकेट में तेज गेंदबाज जसप्रीत एक अच्छे कप्तान साबित हो सकते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ स्थगित टेस्ट मैच में रोहित की गैरमौजूदगी में जसप्रीत बुमराह को ही टीम का कप्तान बनाया गया था। हालांकि, भारत को उस टेस्ट मैच में 7 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा था। वैसे बतौर कप्तान जसप्रीत बुमराह ने प्रभावित किया था।

एमएस धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स के ओपरन रॉबिन उथप्पा ने क्रिकचैट के ऑडियो चैटरूम में व्हाइट बॉल क्रिकेट और रेड बॉल क्रिकेट के लिए संभावित कप्तानों के बारे में बात की। रॉबिन उथप्पा ने कहा, ‘वह टेस्ट के कप्तान के रूप में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को देखना चाहते हैं। वहीं एकदिवसीय मैचों में केएल राहुल और ऋषभ पंत विकल्प हो सकते हैं।’

उथप्पा ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी के लिए मेरे हिसाब से जसप्रीत बुमराह परफेक्ट हैं। उनके पास एक महान क्रिकेट दिमाग है। वह जिस तरह से गेंदबाजी करते हैं, वह काफी शानदार है। इसके लिए उनका शीर्ष पर रहना जरूरी और समय देना महत्वपूर्ण है। अनुभव के साथ वह बेहतर और बेहतर होते जाएंगे।’

उथप्पा स्पिप्लिट कैप्टेंसी (अलग-अलग फॉर्मेट में अलग कप्तान) का समर्थन करते दिखे। उन्होने टेस्ट और व्हाइट बॉल क्रिकेट के लिए अलग-अलग कप्तान चुने। वनडे क्रिकेट में कप्तानी के लिए उथप्पा ने केएल राहुल और ऋषभ पंत को चुना। उथप्पा ने कहा, ‘रोहित के कार्यकाल के बाद अगले कप्तान को चुनते समय लंबी समय सीमा को देखा अहम है। केएल राहुल काफी समय से नेतृत्व वाले समूह में हैं। ऋषभ पंत भी आईपीएल 2022 के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज में भारत का नेतृत्व कर चुके हैं।’

रॉबिन उथप्पा ने कहा, ‘एकदिवसीय और टी20 क्रिकेट की कप्तानी के लिए केएल राहुल और ऋषभ पंत विकल्प हो सकते हैं। मेरे पास दो और कप्तान होंगे, मुझे लगता है मिश्रण के लिए आप श्रेयस अय्यर को भी रख सकते हैं।’ बता दें कि साल 2022 का अभी सातवां महीना ही चल रहा है, लेकिन इससे पहले ही भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व 7 अलग-अलग खिलाड़ियों (सभी फॉर्मेट्स में) ने किया है।

इस साल विराट कोहली, केएल राहुल, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह और ऋषभ पंत ने अलग-अलग सीरीज में टीम इंडिया की अगुआई की है। इन विकल्पों में से अधिकांश खिलाड़ी चोटिल होने, अलग प्रारूप खेलने या आराम करने के कारण किसी न किसी मजबूरी से बाहर थे। हालांकि, इस मजबूरी ने भारत को कई विकल्प दिए हैं।