इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) के पहले क्वालिफायर में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने गुजरात टाइटंस (GT) को 15 रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली। 4 बार की चैंपियन टीम अपने गढ़ चेपक में खेल रही थी और उसने फैंस को निराश नहीं किया। मैच के बाद टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से एक बार फिर रिटायरमेंट को लेकर सवाल हुआ। उन्होंने कुछ ऐसा जवाब दिया जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह इंटरनेशन क्रिकेट की तरह आईपीएल से भी मैदान से रिटायरमेंट नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि वह दिसंबर में ऑक्शन से पहले इस पर फैसला लेंगे।
महेंद्र सिंह धोनी ने रिटायरमेंट के सवाल पर क्या कहा?
प्रजेंटेशन सेरेमनी के दौरान हर्षा भोगले ने महेंद्र सिंह धोनी से सवाल किया कि क्या वह अगले साल चेपक में खेलते दिखाई देंगे? धोनी ने इसका जवाब देते हुए कहा, “मुझे नहीं पता, मेरे पास फैसला करने के लिए 8-9 महीने हैं। मेरे पास निर्णय लेने के लिए पर्याप्त समय है। अब वह सिरदर्द क्यों लें? नीलामी दिसंबर में है। मैं हमेशा सीएसके के साथ रहूंगा। मैं जनवरी से घर से बाहर हूं, मार्च से अभ्यास कर रहा हूं तो हम देखेंगे। मैं हमेशा सीएसके के लिए रहूंगा,खेलना हो या बाहर कुछ और करना हो।”
धोनी के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता
महेंद्र सिंह धोनी क्या फैसला लेंगे इसके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। इंटरनेशनल क्रिकेट से उन्होंने अचानक संन्यास ले लिया था। हर कोई उनके फैसले से चौक गया था। हो सकता है आईपीएल से भी ऐसा ही वह विदा हों। हालांकि, चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व खिलाड़ी सुरेश रैना ने पिछले दिनों कहा था कि धोनी ने उन्हें बताया था कि वह चेन्नई को चैंपियन बनाने के बाद एक साल और खेलेंगे।
क्या बेन स्टोक्स होंगे विकल्प
चेन्नई में बेन स्टोक्स को धोनी के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है, लेकिन इंग्लैंड के ऑलराउंड खिलाड़ी की उपलब्धता को लेकर चिंताएं हैं। मौजूदा सीजन के बारे में बात करें तो स्टोक्स घुटने की चोट के कारण सिर्फ दो मैच खेल सके। इस सीजन में धोनी घुटने की चोट के बावजूद खेले हैं। इससे उनकी रनिंग विटविन द विकेट्स प्रभावित हुई। भले ही चेन्नई ने फाइनल में जगह बना ली हो, लेकिन उन्हें इस बात की चिंता है कि क्या उनके कुछ पुराने खिलाड़ी अगले सीजन में खेलते दिखेंगे?
अंबाती रायुडू और रविंद्र जडेजा संघर्ष करते दिखे
अंबाती रायुडू ने पिछले सीजन में संन्यास की घोषणा की थी। उनसे फैसला वापस लिवाया गया था। इस साल वह बल्ले से संघर्ष करते नजर आए हैं। रविंद्र जडेजा का प्रदर्शन भी कुछ ऐसा ही रहा है, जिन्हें फिनिशर की भूमिका के लिए चुना गया था। ऐसे में चेन्नई को अंत के ओवरों में एक बार फिर धोनी पर भरोसा जताना पड़ा। अजिंक्य रहाणे भी निरंतरता के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में टीम में कई बदलाव भी अगले सीजन बाधा बन सकती है। शायद यही कारण है कि धोनी ने अपने भविष्य पर फैसला करने के लिए खिलाड़ियों की नीलामी तक इंतजार करना चुना।