भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह (RP Singh) और महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की दोस्ती के काफी चर्चे होते हैं। साल 2008 में एक खबर यह भी लीक हुई थी कि चयनकर्ताओं ने जब रुद्र प्रताप सिंह की जगह इरफान पठान को चुनने की बात की तो महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी से हटने तक की धमकी दे दी थी।

अब 12 साल बाद रुद्र प्रताप सिंह ने उस ‘लीक खबर’ को बकवास बताया है। रुद्र प्रताप सिंह का कहना है क्रिकेट की दुनिया में धोनी का आज जो ओहदा है उसके पीछे की बड़ी वजह यह थी कि वे चयन में जरा भी पक्षपात नहीं करते थे। रुद्र ने यह भी दावा किया कि धोनी ने टीम चयन करते समय कभी दोस्ती को तरजीह नहीं दी। आरपी के मुताबिक, लोगों को हमारी दोस्ती खटकती थी।

रुद्र प्रताप सिंह 2007 टी20 वर्ल्ड कप की विजेता टीम इंडिया के सदस्य थे। उन्होंने एक समाचार चैनल से बातचीत में 2008 की चयन समिति की उस बैठक की लीक हुई बातों के बारे में भी बात की। आरपी सिंह ने कहा कि धोनी उन लोगों का समर्थन करते थे, जिनके बारे में उन्हें लगता था कि वे उनके प्लान को अच्छे से क्रियान्वित कर सकते हैं।

धोनी ने भी उस ‘लीक खबर’ को बकवास करार दिया था। रुद्र प्रताप 7 मैचों की उस सीरीज के दूसरे मैच के बाद नहीं खेले थे। उन्होंने बताया, ‘मुझे नहीं लगता कि उस ‘लीक खबर’ से मुझ पर असर पड़ा था। आप जिस इंग्लैंड सीरीज के बारे में बात कर रहे हैं, मुझे लगता है कि इंदौर में मैंने कोई विकेट नहीं लिया था। हां, स्वाभाविक रूप से लोग सोचते हैं कि उन्हें 2-3 मैच खेलने को मिलेंगें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ लोगों को पांच मौके भी मिलते हैं और जो ज्यादा किस्मत वाले होते हैं उन्हें 10 मौके भी मिलते हैं।’

रुद्र प्रताप ने कहा, ‘इस बारे में मैंने और धोनी ने चर्चा की थी। मैंने उनसे पूछा कि मैं कहां खेल में सुधार कर सकता हूं। मैं क्या बेहतर कर सकता हूं। मैं जानता हूं कि धोनी की दोस्ती अलग चीज है, लेकिन देश की टीम की कप्तानी अलग बात है। कप्तानी करते हुए उन्होंने उन लोगों को आगे बढ़ाया जो उनकी नजर में बेहतर थे।’

रुद्र प्रताप के मुताबिक, ‘यही कारण है कि महेंद्र सिंह धोनी आज महेंद्र सिंह धोनी हैं। वे फैसले लेते समय बिलकुल भेदभाव नहीं करते थे। बाकी सब चीजें बाद में आती हैं। मैं ज्यादा इसलिए नहीं खेल पाया, क्योंकि मेरी रफ्तार और स्विंग खत्म हो गई थी। मैं अगर तब सुधार कर लेता, तो ज्यादा खेलता, लेकिन मैंने जो भी हासिल किया उससे मैं खुश हूं।’