अहमदाबाद का सरदार पटेल स्टेडियम अब नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा। इसकी घोषणा बुधवार (24 फरवरी) को गृहमंत्री अमित शाह ने की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को नए सिरे से तैयार किए गए मोटेरा स्टेडियम (सरदार पटेल स्टेडियम ) का उद्घाटन किया। इस स्टेडियम पर भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा और चौथा मुकाबला खेला जाना है। तीसरा मैच डे-नाइट टेस्ट होगा। यह पिंक बॉल से खेला जाएगा।

‘मोटेरा’ के नाम से मशहूर इस स्‍टेडियम को अब तक ‘सरदार पटेल स्‍टेडियम’ के नाम से जाना जाता था। यह स्‍टेडियम पिछले साल फरवरी में ‘नमस्‍ते ट्रंप’ कार्यक्रम का गवाह बना था। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप तब भारत दौरे पर आए थे। नरेंद्र मोदी स्टेडियम ‘सरदार पटेल स्‍पोर्ट्स एनक्लेव’ का हिस्‍सा होगा। इस एनक्लेव में ‘नरेंद्र मोदी स्‍टेडियम’ के अलावा फील्‍ड हॉकी और टेनिस के लिए भी स्‍टेडियम होगा। इसके अलावा कई तरह के इनडोर और आउटडोर स्‍पोर्ट्स के लिए भी व्‍यवस्‍थाएं होंगी।

यह स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा और अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम है जिसमें एक लाख 10 हजार दर्शक बैठ सकते हैं। करीब 63 एकड़ से अधिक परिसर में फैले इस स्टेडियम पर 700 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इस स्टेडियम में 76 कॉरपोरेट बॉक्स, चार ड्रेसिंग रूम के अलावा तीन प्रैक्टिस ग्राउंड भी हैं। एक साथ चार ड्रेसिंग रूम वाला यह दुनिया का पहला स्टेडियम है। बारिश का पानी निकालने के लिए यहां एक आधुनिक सिस्टम लगा है। बारिश के बाद महज आधे घंटे में खेल शुरू हो सकता है।

राष्ट्रपति ने गृहमंत्री अमित शाह और खेलमंत्री किरेण रीजीजू समेत कई अतिथियों की मौजूदगी में स्टेडियम का उद्घाटन किया। शाह ने उद्घाटन के बाद कहा ,‘‘हमने इसका नामकरण देश के प्रधानमंत्री के नाम पर करने का फैसला किया है। यह मोदीजी का ड्रीम प्रोजेक्ट था।’’ राष्ट्रपति ने मौके पर स्टेडियम में खेल परिसर के निर्माण कार्य की शुरूआत के समारोह में भी भाग लिया। इसका नाम सरदार पटेल खेल परिसर होगा और इसमें फुटबॉल, हॉकी, बास्केटबॉल, कबड्डी, मुक्केबाजी जैसे खेलों की सुविधाएं होंगी।

खेलमंत्री किरेण रिजिजू ने कहा, ‘‘सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि यह भारत के लिए काफी गर्व का मौका है। दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट मैदान होने के साथ-साथ यह सबसे आधुनिक स्टेडियम भी है। बचपन में हम सपना देखते थे कि दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम भारत में हो और अब खेलमंत्री के तौर पर अब मेरी खुशी की कोई सीमा नहीं है जब आखिरकार ऐसा हो गया।’’