भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के इतिहास में दोनों मुल्कों के खिलाड़ियों के बीच कई बार झगड़े हुए हैं। कभी यह बहसबाजी पर खत्म हो गए हैं तो कभी नौबत हाथापाई तक पहुंच गई है। दोनों टीमों के शांत से शांत प्लेयर भी उस वक्त आपा खो बैठते हैं जब दोनों टीमें आपस में भिड़ती हैं। ऐसा ही एक किस्सा मोहम्मद कैफ और शोएब अख्तर के बीच तू-तू-मैं-मैं का है। दरअसल, मोहम्मद कैफ ने एक लेटेस्ट इंटरव्यू में इस झगड़े का किस्सा बताया है।
कैफ ने तोड़ा था अख्तर का घमंड
मोहम्मद कैफ ने लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में बताया है कि वैसे तो पाकिस्तान क्रिकेट टीम में उनका कोई दुश्मन नहीं है, लेकिन एक बार शोएब अख्तर से कुछ हुआ था। कैफ ने बताया कि कराची में एक मैच के दौरान अख्तर के खिलाफ मैं क्रीज पर वॉक कर गया था, सामने से अख्तर भी गेंद डालने से रूक गया था। कैफ ने बताया कि उस वक्त मैंने उसका घमंड तोड़ने के लिए ऐसा किया था, क्योंकि हम यूपी वालों में ये होता है कि सामने खुद को कितना बड़ा भी समझे, लेकिन तू हमसे बड़ा खलीफा नहीं है।
क्या हुआ था दोनों के बीच?
कैफ ने आगे कहा कि उस समय जब अख्तर रन अप लेकर आ रहा था तो मैं डर रहा था, लेकिन मैंने सोचा कि इसे थोड़ा धक्का दिया जाए, तभी मैंने क्रीज से 2 कदम आगे बढ़ाए थे। सामने से अख्तर ने जंप किया, लेकिन बॉल नहीं डाली। उसके बाद मोईन खान और अख्तर ने कैफ से पूछा कि भाई कहां जा रहा है तो कैफ ने कहा था कि तू गेंद डाल, तेरा काम गेंद डालने का है मैं चाहे क्रीज छोड़ूं या आगे बढ़ूं। कैफ ने बताया कि मेरे ऐसा करने से कहीं न कहीं उसका घमंड जरूर टूटा था।
भारत-पाकिस्तान मैच का कैसा होता है रोमांच?
मोहम्मद कैफ ने इस इंटरव्यू में बताया कि भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान स्टेडियम का माहौल ही अलग होता था फिर चाहे मैच भारत-पाकिस्तान में हो या फिर विदेश में कहीं। कैफ ने कहा कि भारत-पाकिस्तान का जब जूनियर टीमों का भी मैच होता था तो माहौल एकदम अलग होता था। कैफ ने इस दौरान 1996 में हुए अंडर-15 टूर्नामेंट के फाइनल को याद किया। उन्होंने कहा कि मैंने इतनी कम उम्र में उस माहौल को देखा था। पूरा स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। फैंस चिल्ला रहे थे, गालियां दे रहे थे।