दिल्ली के पूर्व कप्तान मिथुन मन्हास को रविवार 28 सितंबर 2025 को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया। 45 वर्षीय मन्हास बोर्ड के 37वें अध्यक्ष बने। उन्होंने रोजर बिन्नी का स्थान लिया। रोजर बिन्नी ने पिछले महीने 70 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
पूर्व ऑलराउंडर मिथुन मन्हास ने 1997-98 और 2016-17 के बीच 157 प्रथम श्रेणी, 130 लिस्ट ए और 55 आईपीएल मैच खेले हैं। इस महीने की शुरुआत में नई दिल्ली में बोर्ड के शीर्ष पदाधिकारियों की अनौपचारिक बैठक के बाद सर्वसम्मति से चुने गए थे।
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मिथुन मन्हास के नाम प्रथम श्रेणी मैचों में 27 शतकों सहित 9714 रन और लिस्ट ए मैचों में 4126 रन दर्ज हैं। एजीएम ने कुछ अन्य महत्वपूर्ण नियुक्तियों की भी पुष्टि की। बीसीसीआई सचिव देवाजीत सैकिया और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष अरुण धूमल अपने पद पर बने हुए हैं। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के प्रमुख और पूर्व भारतीय क्रिकेटर रघुराम भट को कोषाध्यक्ष चुना गया।
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प्रभतेज भाटिया कोषाध्यक्ष से संयुक्त सचिव बने। उन्होंने रोहन गौंस देसाई की जगह ली। सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जयदेव शाह को दिलीप वेंगसरकर की जगह शीर्ष परिषद का सदस्य बनाया गया। अमिता शर्मा को नीतू डेविड की जगह महिला चयन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 116 एकदिवसीय मैच खेलने वाली पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज के साथ श्यामा डे, जया शर्मा और श्रावंती नायडू भी शामिल होंगी।
उनका कार्यकाल 30 सितंबर से 2 नवंबर तक भारत और श्रीलंका में होने वाले महिला विश्व कप के बाद शुरू होगा। पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा को पुरुष चयन समिति में शामिल किया गया, जबकि तमिलनाडु के पूर्व बल्लेबाज एस शरत जूनियर चयन समिति में लौट आए।
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पंजाब क्रिकेट संघ के प्रतिनिधि के रूप में वार्षिक आम बैठक में शामिल पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने मिथुन मन्हास के चुनाव का स्वागत करते हुए कहा कि बोर्ड के शीर्ष पद पर एक क्रिकेटर का होना एक सकारात्मक कदम है।
उन्होंने कहा, ‘जब कोई क्रिकेटर किसी क्रिकेट संस्था का प्रमुख होता है तो उसके अनुभव और अन्य गुणों से मदद मिलती है। यह एक अच्छा फैसला है और पिछले तीन कार्यकाल से ऐसा हो रहा है जो क्रिकेटरों के लिए और खेल को कुछ वापस देने के लिए उनके लिए भी एक शानदार चीज है।’
हरभजन ने कहा, ‘बीसीसीआई ने इसकी शुरुआत की है और किसी भी क्रिकेटर के लिए इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती कि वह खेल को कुछ वापस दे सके। मैंने अंडर-19 के दिनों से मिथुन के साथ काफी क्रिकेट खेला है और मैं उनके लिए बहुत खुश हूं।’ हरभजन ने यह भी उम्मीद जताई कि मिथुन मन्हास देश भर में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि एक क्रिकेटर के रूप में उन्हें जो सुविधाएं (शायद) नहीं मिलीं या वे उस मुकाम (करियर में) तक नहीं पहुंच पाए, उन्होंने अपने जीवन में अब तक जो कुछ भी सीखा है, उससे वह ऐसा काम करेंगे कि कोई भी युवा क्रिकेटर बुनियादी ढांचे की कमी के कारण पीछे नहीं छूट जाए।’
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हरभजन ने कहा, ‘देश भर में काफी विकास हो रहा है। नई जगहों पर नए मैदान बन रहे हैं और क्रिकेट छोटे-छोटे स्थलों पर खेला जा रहा है। इसका श्रेय बीसीसीआई को जाता है और मुझे उम्मीद है कि मिथुन इसी विरासत को आगे बढ़ाएंगे और शानदार काम करेंगे।’ हरभजन ने बीसीसीआई से बाढ़ प्रभावित पंजाब और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में राहत कार्यों में योगदान देने का भी आग्रह किया।