पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने गाजा के समर्थन में मैसेज लिखे जूते पहने की इजाजत नहीं। इसके बाद वह काली पट्टी बांधकर खेलने उतरे तो उनपर जुर्माना लगा दिया। बॉक्सिंग डे टेस्ट पर उन्हें जूतों और बैट पर ब्लैक डव का स्टिकर लगाने की इजाजत नहीं दी। वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर माइकल होल्डिंग ने मामले में कंगारू ओपनर का साथ दिया है। उन्होंने आईसीसी को पाखंड़ी बताया और कहा कि ब्लैक लाइव्स मैटर मूवमेंट के दौरान खिलाड़ियों को घुटना लेने की इजाजत क्यों दी गई थी।

होल्डिंग ने द वीकेंड ऑस्ट्रेलिया से कहा, “आईसीसी के नियम राजनीतिक, धार्मिक या नस्लीय गतिविधियों या कारणों से संबंधित संदेश प्रदर्शित करने की मंजूरी नहीं देते हैं। तो कैसे लोगों को बीएलएम (ब्लैक लाइव्स मैटर) के लिए घुटने टेकने और LGBTQ रंगों के स्टंप्स के इस्तेमाल की इजाजत क्यों दी?” ऑस्ट्रेलियाई ओपनर को पर्थ टेस्ट के लिए ‘सभी जीवन बराबर हैं’ लिखे जूते पहनने की मंजूरी नहीं दी गई थी। उन्होंने रविवार को एमसीजी नेट्स पर ब्लैक डव लोगो वाले जूते पहनकर ट्रेनिंग की। उनके बैट पर भी यह लोगो था।

आईसीसी की स्पष्ट रुख न अपनाने के लिए आलोचना

ब्लैक डव यूनिवर्सल डिक्लरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स के आर्टिकल 1 को प्रदर्शित करता है। यह कहता है कि हर इंसान स्वतंत्र पैदा होता है और उसका सम्मान और अधिकारों पर बराबर का हक है। हर किसी को भाईचारे की भावना रखनी चाहिए। होल्डिंग ने इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख नहीं अपनाने के लिए भी आईसीसी की आलोचना की। उन्होंने कहा, “अगर अन्य संगठन किसी मुद्दे पर ऐसा रवैया या व्यवहार दिखाता तो मुझे आश्चर्य होता, लेकिन इन्हें लेकर नहीं। संगठन के तौर उन्होंने एक बार फिर अपना पाखंड और नैतिका में कमी दिखाई है।

ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 1-0 से आगे

सिडनी मॉर्निग हेराल्ड के अनुसार ख्वाजा के जूतों और बैट पर ब्लैक डव के इस्तेमाल से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन को कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन आईसीसी ने उन्हें इसके इस्तेमाल की इजाजत देने से मना कर दिया। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मेलबर्न में 26 दिसंबर से खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 1-0 से आगे।