भारतीय क्रिकेट टीम ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए टेस्ट मैच में 29 दिसंबर 2020 को ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया। इसके साथ ही उसका इस मैदान से खास रिश्ता भी जुड़ गया। टीम इंडिया ने विदेश में सबसे ज्यादा इसी मैदान पर टेस्ट मैच जीते हैं। उसने अब तक इस मैदान पर 4 मैच जीते हैं। भारतीय टीम विदेशी धरती पर इससे ज्यादा टेस्ट मैच किसी अन्य मैदान पर नहीं जीती है।
इस मामले में वेस्टइंडीज का पोर्ट ऑफ स्पेन (क्वींस पार्क ओवल), किंग्सटन (सबीना पार्क) और श्रीलंका के कोलंबो स्थित एसएससी मैदान संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं। टीम इंडिया ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर अब तक 14 टेस्ट मैच खेले हैं। उसने इस मैदान पर पहला टेस्ट मैच जनवरी 1948 को खेला था। हालांकि, उसको इस मैदान पर पहली जीत जनवरी 1978 में नसीब हुई। बिशन सिंह बेदी की अगुआई में खेले गए उस टेस्ट मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 222 रन से हराया था। उस मैच में बिशन सिंह बेदी ने 6 और भागवत चंद्रशेखर ने 12 विकेट लिए थे।
इसके बाद टीम इंडिया ने इस मैदान पर अगला मैच करीब तीन साल बाद फरवरी 1981 में खेला। उस मैच में टीम इंडिया की कमान सुनील गावस्कर के हाथों में थी। टीम इंडिया ने वह मैच 59 रन से अपने नाम किया था। इसके बाद भारत को मेलबर्न में जीत के लिए 37 साल इंतजार करना पड़ा। जब दिसंबर 2018 में विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को इसी मैदान पर 137 रनों से हराया।
यही नहीं, ऑस्ट्रेलियाई धरती पर 17 साल बाद किसी भारतीय ने टेस्ट मैच में विजयी शॉट लगाया। ऑस्ट्रेलिया में अब तक राहुल द्रविड़ ही विजयी शॉट लगाने वाले भारतीय थे। अब अजिंक्य रहाणे का नाम भी उनके साथ जुड़ गया है। रहाणे ने नाथन लियोन की गेंद पर एक रन लेकर भारत को जीत दिलाई। इससे पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पहले गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 2 बार जीत हासिल की थी।
भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में जनवरी 1978 में पहले गेंदबाजी करने के बावजूद मैच में जीत हासिल की थी। हालांकि, तब भारत को चौथी पारी में बल्लेबाजी की जरूरत नहीं पड़ी थी, क्योंकि भारत ने वह मैच एक पारी और 2 रन से जीता था। इसके बाद 2003 में भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की। तब भारत की ओर से विजयी रन राहुल द्रविड़ के बल्ले से निकला था। उस मैच में राहुल द्रविड़ ने पहली पारी में 233 और दूसरी पारी में नाबाद 72 रन बनाए थे। इस बार यह उपलब्धि रहाणे के नाम दर्ज हो गई।