टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने कुछ दिन पहले एक वीडियो जारी कर पाकिस्तानी जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम का बचाव किया था। उन्होंने वीडियो में लोगों से उनके कमेंट्स को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम नहीं बनाने की अपील की थी।
उनके इस कदम की ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक समेत भारत के कई खिलाड़ियों ने सराहना की थी। पाकिस्तानी खेल जगत में भी उनके बयान की काफी तारीफ हुई थी।
भारत के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर मोहम्मद कैफ ने भी नीरज चोपड़ा के समर्थन में ट्वीट किया। हालांकि, सोशल मीडिया पर लोगों को उनका नीरज चोपड़ा के समर्थन में ट्वीट करना रास नहीं आ रहा है। लोग उनसे पूछ रहे हैं, जब शाहिद अफरीदी भारत के खिलाफ अनाप-शनाप और नफरत फैलाने वाले बयान देते हैं तब आपकी आवाज क्यों नहीं निकलती है।
नीरज को समर्धन देने वाले कैफ ने अपने ट्वीट और इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा था, ‘नफरत के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए खेल का इस्तेमाल करने वालों का मुंह बंद करने के लिए धन्यवाद नीरज चोपड़ा। मैदान पर प्रतिद्वंद्वी भी दोस्त हो सकता है, उसकी राष्ट्रीयता मायने नहीं रखती। एक और स्वर्ण पदक दुनिया को यह याद दिलाने के लिए कि खेल जोड़ता है, बांटता नहीं है।’
कैफ की इस पोस्ट पर कमेंट करने वालों की बाढ़ आ गई। @Khiladikaka1 ने लिखा, ‘मोहम्मद कैफ आपने निराश किया है। कभी नहीं सोचा था कि आप इस राह पर चलेंगे। आपने अफरीदी या शोएब पर कोई ट्वीट क्यों नहीं किया।’ @shashi951994 ने ट्वीट किया, ‘आपके दूसरे मित्र ने आपके प्रधानमंत्री को डरपोक कहा था? मोहम्मद कैफ क्या आप उसका समर्थन करते हैं?’
@iamvermaaman ने लिखा, ‘गजवा ए हिंद के सपने देखने वाले शाहिद अफरीदी और आपके प्यारे दोस्त शोएब अख्तर पर कोई टिप्पणी??’ @jonas_kahndwald ने लिखा, ‘फिर अफरीदी ने कश्मीर पर टिप्पणी क्यों? और शोएब अख्तर गजवा ए हिंद के बारे में क्यों बात करते हैं?’
इंस्टाग्राम यूजर prithvi_rana__ ने लिखा, ‘कुछ भी पाक दुश्मन है और रहेगा।’ beingbahark ने लिखा, ‘यह ज्ञान अपने उस दोस्त अफरीदी को भी दीजिए, जो भारत विरोधी भाषण देता है।’ er_akashmishra ने लिखा, ‘तो कैफ भाई भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट द्विपक्षीय सीरीज क्यों नहीं होती, क्योंकि पाकिस्तान दुश्मन देश है। साफ सीधी बात है।’
freaky_philospher ने लिखा, ‘सेक्युलरिज्म वापिस आ गया क्या …!??? पाकिस्तान एक दुश्मन मुल्क है, पहले देश है स्पोर्ट्स …. सब बाद में!!’ कुछ लोगों ने कैफ के समर्थन में भी ट्वीट किया। एक स्टैंडर्ड का अंतर बनाए रखा जाना चाहिए। एक राष्ट्र के रूप में हमने जो सीखा है, हमें वैसे ही अपनी नैतिकता और मूल्यों को दिखाना चाहिए। वे वही दिखाएंगे जो उन्होंने सीखा है…।’