इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली छह टीमों का चयन करने के लिए एक महाद्वीपीय योग्यता प्रणाली (Continental Qualification System) को मंजूरी देने की तैयारी में है। इसका मतलब है कि पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और श्रीलंका जैसे फुल मेंबर सदस्य देश ओलंपिक का हिस्सा बनने से चूक सकते हैं।

ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार बोर्ड ने हाल ही में हुई वार्षिक आम बैठक (AGM) में एक प्रस्ताव पर चर्चा की। इसके तहत प्रत्येक महाद्वीप (Continet) से एक टीम क्वालिफाई कर सकती है। हालांकि, अभी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन क्षेत्रीय योग्यता प्रणाली (Regional Qualification System) को बहुमत मिल चुका है। कुछ सदस्यों ने इस पर असहमति जताई है।

पुरुष और महिला वर्ग में छह-छह टीमें हिस्सा लेंगी

इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी (IOC) द्वारा पेरिस 1900 ओलंपिक के बाद पहली बार क्रिकेट को अपनी सूची में शामिल किया है। पुरुष और महिला वर्ग में छह-छह टीमें 2028 में 14 से 29 जुलाई के बीच ओलंपिक पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी। हालांकि, आईसीसी का शुरुआत में विचार यह था कि पूर्व-निर्धारित कटऑफ डेट पर शीर्ष छह रैंकिंग वाली टीमों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा, लेकिन कई पूर्ण सदस्य देशों का मानना था कि इस तरह के दृष्टिकोण से दुनियाभर के देशों का व्यापक प्रतिनिधित्व नहीं हो पाएगा।

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नहीं होगा भारत-पाकिस्तान मैच

अब इसे बदलकर प्रति महाद्वीप एक देश की योग्यता प्रणाली कर दिया गया है। इसे ओलंपिक भागीदारी की नीति के अधिक अनुरूप माना जाता है। किन देशों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा, यह तय तारीख पर रैंकिंग के आधार पर तय होगा। लेकिन अगर आईसीसी की योजना लागू हो जाती है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि ओलंपिक में भारत बनाम पाकिस्तान मैच नहीं हो।

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अमेरिका की भागीदारी पर पेंच

मौजूदा आईसीसी टी20 रैंकिंग के अनुसार भारत (नंबर 1) एशिया से, ऑस्ट्रेलिया (नंबर 2) ओशिनिया से, इंग्लैंड (नंबर 3) यूरोप से, अमेरिका या कैरेबियाई द्वीप से 1, जबकि साउथ अफ्रीका (नंबर 5) अफ्रीका से क्वालीफाई करेगा। ईएसपीएनक्रिकइंफो को पता चला है कि आईसीसी अभी भी अमेरिका की भागीदारी पर चर्चा कर रहा है, जिसे मेजबान होने के नाते सीधे प्रवेश मिल सकता है, लेकिन अमेरिकी पुरुष टीम के गठन को लेकर अभी भी सवाल बने हुए हैं, क्योंकि उनमें से ज्यादातर खिलाड़ी अमेरिकी निवासी हैं, लेकिन वे मूल अमेरिकी नागरिक नहीं हैं। आईसीसी इस बात को लेकर भी चिंतित है कि अमेरिकी महिला टीम इस समय शीर्ष 20 रैंकिंग वाली टीमों में नहीं है। अक्टूबर में होने वाली आईसीसी की अगली तिमाही बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिए जाने की संभावना है।