अजिंक्य रहाणे की शतकीय पारी की हर कोई तारीफ कर रहा है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से अपने टेस्ट क्रिकेट का आगाज करने वाले शुभमन गिल के लिए भी रहाणे की पारी के बड़े मायने हैं। गिल को रहाणे की इस पारी से खास सीख मिली है। उन्होंने यह भी बताया कि आखिर कैसे वह डेब्यू टेस्ट में 65 गेंद में 45 रन की पारी खेल पाए।

भारतीय कार्यवाहक कप्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन रविवार को मुश्किल परिस्थितियों में नाबाद 104 रन की पारी खेली, जिससे टीम ने पांच विकेट पर 277 रन बना लिए। भारतीय टीम ने अब तब 82 रन की बढ़त हासिल कर ली है। मैच के बाद शुभमन ने मैच के बाद ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कप्तान अजिंक्य रहाणे की शानदार शतकीय पारी से उन्होंने खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण के सामने डटकर बल्लेबाजी करने के बारे में सीखा।

गिल ने कहा, ‘यह धैर्य वाली पारी है और अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि जब आप इतने शानदार आक्रमण के खिलाफ खेल रहे होते हैं, तो कभी-कभी आप ऐसे स्तिथि में आ जाते है जब रन नहीं बनते है। जिस तरह से अजिंक्य भाई खेले, वह बाहर से देखने में लाजवाब पारी थी।’ शुभमन ने कहा, ‘उन्होंने यह दिखाया की मुश्किल समय का सामना कैसे करना है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि कमजोर गेंदों के खिलाफ रन बनाए जाए।’

शुभमन ने कहा कि टीम इसे भुनाने की कोशिश करेंगी, क्योंकि इस पिच पर तीसरे दिन से बल्लेबाजी करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, ‘पहले दिन रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की गेंद स्पिन हुई, आज भी नाथन लियोन की गेंद को स्पिन मिल रहा था। ऐसे में समय के साथ पिच की दरार बढ़ेंगी और बल्लेबाजों के लिए परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण होगी।’

पारी का आगाज करते हुए 65 गेंद में 45 रन बनाने वाले शुभमन ने कहा, ‘‘ यह जरूरी है कि इस बढ़त को भुनाया जाए और ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में जल्द से आउट किया जाए। इस 21 साल के बल्लेबाज ने कहा, ‘जब मैं बल्लेबाजी के लिए उतरा तो पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी लेकिन मैंने खुद से कहा कि पिच जैसी भी हो मैं अपना खेल खेलूंगा।’

शुभमन ने कहा कि नेट सत्र पर उच्च स्तर के भारतीय गेंदबाजों का सामना करने से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ा। इस मैच से टेस्ट में पदार्पण करने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं पिछली चार-पांच टेस्ट सीरीज से टीम के साथ यात्रा कर रहा हूं। इससे मुझे काफी मदद मिली है। नेट पर जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे गेंदबाजों का सामना करने से युवा खिलाड़ी का आत्मविश्वास काफी बढ़ता है। जब मैं इस टेस्ट में बल्लेबाजी के लिए उतरा तो मुझे कुछ भी नया नहीं लगा।’

शुभमन ने रविंद्र जडेजा की भी तारीफ की। जडेजा ने नाबाद 40 रन बनाने के साथ रहाणे के साथ छठे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाकर भारत को बेहतर स्थिति में पहुंचाने में योगदान दिया। शुभमन ने कहा, ‘उन्होंने शानदार पारी खेली। उस समय विकेट गिरता तो ऑस्ट्रेलियाई टीम मैच में वापसी कर लेती। उन दोनों की साझेदारी शानदार रही।’