एशिया कप और वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का चयन हुआ तो सवाल हो रहा था कि कहीं एक भी ऑफ स्पिनर को जगह न देकर गलती तो नहीं हो गई। कुलदीप यादव के अलावा रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल का चयन हुआ। बहस इस बात पर हो रही थी कि बल्लेबाजी में गहराई ही चाहिए था तो अक्षर पटेल की जगह रविचंद्रन अश्विन और वॉशिंग्टन सुंदर को भी चुना जा सकता था।
अश्विन या सुंदर में से एक का चयन होता तो ऑफ स्पिन का विकल्प मिलता और बल्लेबाजी में भी दिक्कत नहीं आती। एशिया कप में सुपर 4 में पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाले कुलदीप यादव के बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि टीम इंडिया को ऑफ स्पिनर की जरूरत क्यों नहीं महसूस हुई?
कुलदीप यादव का शानदार प्रदर्शन
कुलदीप यादव के प्रदर्शन की बात करें तो पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने 5 विकेट लिए। श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 4 विकेट लिए। यानी 2 मैच में 17.3 ओवर में 68 रन दिए और 9 विकेट लिए। एशिया कप के ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कुलदीप यादव ने टीम में ऑफ स्पिनर के रोल और जरूरत पर राय दी। उन्होंने कहा कि टीम कॉम्बिनेशन सही बैठ रहा हो तो ऑफ स्पिनर की जरूरत नहीं पड़ी। टीम के पास सिर्फ 2 क्वालिटी स्पिनर्स भी हो तो काम हो जाएगा।
ऑफ स्पिनर की जरूरत नहीं
कुलदीप यादव ने कहा, “मैं खुद को ऑफ स्पिनर नहीं मानता। मैं खुद को एक क्लासिक लेग स्पिनर मानता हूं। एकमात्र बात यह है कि मैं बाएं हाथ से गेंदबाजी करता हूं। मेरे पास विविधताएं हैं और गुगली भी है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि आपको ऑफ स्पिनर रखने की जरूरत है। अगर आपकी टीम का कॉम्बिनेशन अच्छा बैठ रहा है तो आपको 3-4 स्पिनर खिलाने की जरूरत नहीं है। यदि आपके पास दो क्वालिटी स्पिनर्स हैं, तो मुझे लगता है कि काम हो जाएगा।”