एशिया कप के दौरान टीम इंडिया में एक नया चेहरा नजर आएगा। नाम है- खलील अहमद। चयकर्ताओं ने इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को टूर्नामेंट के लिए चुना है। वह इससे पहले घरेलू क्रिकेट का एक सीजन और दो फर्स्ट क्लास मैच खेल चुके हैं। इंडिया ए में उन्होंने हर मैच में विकेट झटके। बीते नौ मुकाबलों में उन्होंने कुल 15 विकेट अपनी झोली में गिराए थे। आइए और करीब से जानते हैं, टीम इंडिया के इस नए पेसर को।
खलील मूलरूप से राजस्थान में टोंक के रहने वाले हैं। फिलहाल वह बी.ए अंतिम वर्ष के के छात्र हैं। टीम इंडिया स्क्वॉड में पहुंचने के लिए उनका सफर टेनिस बॉल से शुरू हुआ था। बचपने से ही उन्हें क्रिकेट से लगाव था। आगे चलकर वह राजस्थान की ओर से अंडर-16 और अंडर-19 में खेले। युवा क्रिकेटर के पिता कंपाउंडर हैं। वह चाहते थे कि बेटा पढ़-लिखकर डॉक्टर बने। पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
अहमद का खेल में असल हथियार उनकी रफ्तार है। वह 145 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत से गेंद फेंकते हैं। साथ ही उनकी लाइन लेंथ और कंट्रोल भी कमाल का है। पहली बार वह लाइमलाइट में तब आए, जब 2016 के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स ने करीब 10 लाख रुपए में खरीदा था।

हालांकि, उस सीजन में उन्हें एक भी मैच न खेलने को मिला। मगर उन्हें गुरु के रूप में पूर्व भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़ जरूर मिल गए थे। खलील उस दौरान अंडर-19 वर्ल्ड कप की टीम में थे, जहां उन्होंने कुल 12 विकेट झटके थे। आगे 2018 के आईपीएल में उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद ने तकरीबन तीन करोड़ रुपए में खरीदा। पर इस बार वह महज एक मुकाबला खेल सके।
टोंक के इस युवा क्रिकेटर ने राजस्थान के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अक्टूबर 2017 में डेब्यू किया। यह मैच जम्मू-कश्मीर की टीम के खिलाफ था। बता दें कि एशिया कप 15 सितंबर से शुरू होगा। टूर्नामेंट के मुकाबले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होंगे। टीम इंडिया ने इसके लिए बड़ा फेरबदल करते हुए रोहित शर्मा को कप्तान बनाया गया है, जबकि विराट कोहली को रेस्ट दिया गया है।