ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू वनडे सीरीज में रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे केएल राहुल ने 2011 विश्व कप की जीत को याद किया है। जिओ सिनेमा को दिए इंटरव्यू में राहुल ने बताया है कि जब भारत 2011 वर्ल्ड कप जीता था तो उस वक्त वह बेंगलुरु में थे और कुछ दोस्तों के साथ मैच देख रहे थे। राहुल ने कहा कि वह जीत हर भारतवासी के लिए गौरव का पल था और हम कोशिश करेंगे कि अगले कुछ महीनों में उसे दोहरा सकें।
दो विकेट गिरने के बाद छोड़ दिया था मैच- राहुल
राहुल ने कहा कि 2011 विश्व कप का फाइनल बहुत ही रोमांचक था। मुझे याद है कि जब हमन दो विकेट जल्दी खो दिए थे तो मेरे कई दोस्त मैच छोड़कर घर वापस चले गए थे और हमें डर लगने लगा था कि कहीं मैच हार ना जाएं और मैच खत्म होने के बाद ट्रैफिक का सामना ना करना पड़े, लेकिन जैसे ही हम घर पहुंचे तो देखा कि गौतम गंभीर और एमएस धोनी के बीच एक साझेदारी बनी, जिसने मैच जिताने का काम किया और जब हम मैच जीत गए तो बेंगलुरु के सबसे बिजी इलाके में गाड़ी चलाकर पहुंचे। बेंगलुरु का नजारा बहुत ही अलग था। हर कोई जीत के जश्न में डूबा हुआ था।
2023 में हम फिर उस समय को दोहराएंगे- राहुल
केएल राहुल ने आगे कहा कि 2011 की जीत हम सभी के लिए गौरव भरा क्षण था और उम्मीद है कि हम इसे अपने देश के लोगों के लिए फिर से दोहराएंगे। हमारे पास जो कुछ भी है उसे अगले कुछ महीनों के लिए सर्वश्रेष्ठ में तब्दील करेंगे। बता दें कि केएल राहुल की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को मोहाली वनडे में 5 विकेट से हरा दिया था। उस जीत में राहुल की कप्तानी पारी (52रन) भी शामिल थी।
राहुल ने फिटनेस पर दिया यह जवाब
इंदौर में रविवार को खेले जाने वाले दूसरे वनडे से पहले राहुल ने अपनी फिटनेस पर भी बात की। राहुल ने उनकी फिटनेस पर सवाल खड़े करने वाले लोगों को जवाब दिया और कहा, “सभी ने मुझे एशिया कप में खेलते हुए देखा है, मैंने सुपर 4 के सभी मैच खेले हैं और विकेट के पीछे कीपिंग भी की है। इसके साथ ही बल्ले से रन भी बनाए हैं, इसलिए मुझे लगता है कि जो लोग मेरी फिटनेस पर सवाल उठा रहे हैं यह उन सभी के लिए जवाब है। उम्मीद है मैं विश्व कप और ऑस्ट्रेलिया सीरीज में दो महीने के इंतजार को इसी तरह खत्म करूंगा।”