जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात सामान्य नहीं हैं। आम आदमी से लेकर बॉलीवुड सेलिब्रिटी तक हर कोई पाकिस्तान का बहिष्कार करने की बात कर रहा है। क्रिकेट जगत भी इससे अछूता नहीं है और कई पूर्व क्रिकेटरों ने विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच ना खेलने की बात कह चुके हैं। ऐसे में भारत को 1983 में पहला विश्वकप जिताने वाले दिग्गज आलराउंडर कपिल देव ने विश्वकप में पाकिस्तान के साथ मैच खेलने का समर्थन किया है। कपिल से पहले भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर भी ऐसा कर चुके हैं।

एबीपी न्यूज़ शिखर सम्मेलन के दौरान कपिल ने कहा कि भारत को विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला खेलना चाहिए। जबकि उन्होंने साफ साफ ये भी कह दिया कि इस मसले पर किसी और तरह की सीरीज़ के लिए सरकार की पॉलिसी पर निर्भर रहना चाहिए। कपिल ने कहा ” विश्वकप में हमारे निजी रिश्ते नहीं है, वो एक विश्व इवेंट है। आप एक बड़े स्टेज पर पाकिस्तान के पीएम की वजह से उस कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं कर सकते। कुछ लोग कह रहे हैं व्यापार बंद कर देना चाहिए। ये बातें सरकार तय करेगी की आगे क्या करना है। मेरी खुद की इस मामले में कोई राय नहीं है, मेरी राय, देश की राय है। जो देश फैसला लेगा वही मेरा फैसला होगा। मैं बस चाहता हूं की क्रिकेट आगे बढ़ना चाहिए बेहतर होना चाहिए।”

वहीं कपिल से जब अन्य क्रिकेटरों की राय के बारे में पुछा गया तो उन्होंने कहा ” जब खिलाड़ी राजनीति की बात करते हैं तो वो अपनी सोच रखते हैं। मैं इतना समझदार नहीं हूं कि इतनी गंभीर समस्या को बड़ी आसानी से बता सकूं।’ बता दें बीते दिन सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर ने पाकिस्तान के साथ विश्वकप में मैच खेलने का पक्ष लिया था। जबकि सौरव गांगुली और हरभजन सिंह ने विश्वकप में मैच खेलने से साफ़ इंकार कर दिया था। कपिल देव ने कहा, ”पाकिस्तान का मामला बहुत संवेदनशील है, हम जैसे लोगों को ऐसे ही कुछ भी नहीं बोलना चाहिए। कुछ चीज़ें हमें सरकार पर छोड़नी चाहिए, उनकी पॉलिसी पर सोचना चाहिए क्योंकि सरकार हम सबने बनाई है।”