Kamran Ghulam century: इंग्लैंड के खिलाफ जब दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए बाबर आजम को पाकिस्तान की टीम से बाहर किया गया था तब काफी हंगामा मचा था। उनकी जगह टीम में कामरान गुलाम को लाया गया और दूसरे टेस्ट की पहली पारी में नंबर 4 पर खेलते हुए इंग्लैंड के खिलाफ शतक लगाकर उन्होंने खुद को साबित भी कर दिया।

29 साल के कामरान गुलाम ने अपने डेब्यू टेस्ट की पहली ही पारी में शतक लगाया जबकि बाबर आजम ऐसा नहीं कर पाए थे। यही नहीं कामरान गुलाम डेब्यू टेस्ट में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए दुनिया के छठे बल्लेबाज भी बने और कई दिग्गजों की लिस्ट में शामिल हुए, लेकिन डेब्यू टेस्ट मैच में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज भारत के थे और उन्होंने 94 साल पहले ऐसा कमाल किया था।

कामरान की पारी, 92 साल पहले नवाब ऑफ पटौदी का कमाल

इंग्लैंड के खिलाफ कामरान गुलाम ने मुल्तान में दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 224 गेंदों पर 118 रन की पारी खेली और इस दौरान उन्होंने एक छक्का और 11 चौके भी लगाए। कामरान ने पहली बार अपनी धरती पर साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ शतक लगाने का कमाल किया और ये टेस्ट में उनका पहला शतक भी रहा। इस पारी के बाद कामरान अकमल डेब्यू टेस्ट में चौथे नंबर पर खेलते हुए शतक लगाने वाले वर्ल्ड के चौथे बल्लेबाज बने साथ ही पाकिस्तान के दूसरे खिलाड़ी बने। डेब्यू टेस्ट में चौथे नंबर पर कामरान से पहले पाकिस्तान के लिए सलीम मलिक ने साल 1982 में शतकीय पारी खेली थी।

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में डेब्यू मैच में चौथे नंबर पर खेलते हुए शतक लगाने का कमाल करने वाले पहले खिलाड़ी भारत के थे। नवाब ऑफ पटौदी ने साल 1932 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में चौथे नंबर पर खेलते हुए शतक लगाया था। उन्होंने ये कमाल 92 साल पहले किया था। वहीं भारत की तरफ से ये कमाल गुणडप्पा विश्वनाथ भी कर चुके हैं। उन्होंने साल 1969 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में चौथे नंबर पर खेलते हुए शतक लगाया था। भारत के लिए ऐसा अब तक सिर्फ इन दो खिलाड़ियों ने किया है।

नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए टेस्ट डेब्यू पर शतक

कामरान गुलाम- 2024 बनाम इंग्लैंड
अमीनुल इस्लाम- 2000 बनाम भारत
सलीम मलिक- 1982 बनाम श्रीलंका
फ्रैंक हेस- 1973 बनाम वेस्टइंडीज
गुंडप्पा विश्वनाथ- 1969 बनाम ऑस्ट्रेलिया
नवाब पटौदी- 1932 बनाम ऑस्ट्रेलिया