India vs Australia 1ST ODI: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के पहले टी20 में भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा चोटिल हो गए। उनकी जगह युजवेंद्र चहल कॉनकशन सब्स्टीट्यूट (चोटिल होने वाले खिलाड़ी के स्थान पर बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने वाला खिलाड़ी) बने। हालांकि, चहल के जडेजा के कॉनकशन सब्स्टीट्यूट प्लेयर बनने से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कोच जस्टिन लैंगर काफी खफा दिखे।

इंटरनेट पर वायरल टीवी फुटेज में जस्टिन लैंगर मैच रेफरी डेविड बून से जडेजा के कॉनकशन सब्स्टीट्यूट को लेकर आपत्ति जताते दिख रहे थे। जडेजा के बल्लेबाजी करते हुए हेलमेट में गेंद लगी थी और उनकी हैमस्ट्रिंग में भी समस्या आ गई थी। हालांकि, उन्होंने बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 23 गेंद में 44 रन बनाए थे। जडेजा के दाएं पैर में भी चोट लगी थी, लेकिन वह क्रीज पर डटे रहे। उन्होंने आखिरी के दो ओवरों (हेजलवुड और स्टार्क के ओवर) में 34 रन बटोरे थे।

बाद में उनकी जगह शामिल किए गए युजवेंद्र चहल ने भी टीम इंडिया को अपना अहम योगदान दिया। चहल ने 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट चटकाए। चहल ने एरोन फिंच, स्टीव स्मिथ और विकेटकीपर मैथ्यू वेड को पवेलियन भेजा। जाहिर है इतने महत्वपूर्ण बल्लेबाजों के पवेलियन पहुंचने के बाद किसी भी टीम का कोच अपसेट हो जाएगा।

इससे पहले भारतीय पारी खत्म होने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने ट्वीट कर बताया रविंद्र जडेजा के हेलमेट में गेंद लगने की जानकारी दी थी। बीसीसीआई ने ट्वीट कर कहा था, ‘पहले टी20 की पहली पारी के आखिरी ओवर में रविंद्र जडेजा के हेलमेट में गेंद लगी है। दूसरी पारी में युजवेंद्र चहल उनकी जगह बतौर कॉनकशन सबस्टीट्यूट शामिल होंगे। बीसीसीआई की मेडिकल टीम जडेजा की चोट का आकलन करने में जुटी है।’

आईसीसी के नियम के तहत मैच के दौरान गेंद से चोटिल खिलाड़ी की जगह दूसरा खिलाड़ी ले सकता है। इस नए नियम की शुरुआत इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज के साथ हुई थी। जैसा खिलाड़ी होगा उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी भी वैसा ही होना चाहिए। यानी गेंदबाज चोटिल होता है तो उसकी जगह गेंदबाज आएगा और बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज ही लेगा। हालांकि, इसके लिए आईसीसी मैच रेफरी से इसकी मंजूरी लेनी होगी। मैच रेफरी को यह अधिकार होगा कि वह रिप्लेसमेंट प्लेयर का नाम और उसकी भूमिका तय करे।