पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जुनैद खान ने कहा कि बाबर आजम ऐसे खिलाड़ी हैं जो जल्दी नहीं सीखते और चार साल तक उन्होंने पाकिस्तान के लिए तीनों प्रारूपों में कप्तानी की, लेकिन उनकी कप्तानी में किसी भी तरह का कोई सुधार देखने को नहीं मिला। जुनैद ने कहा कि बाबर आजम ने एक कप्तान के रूप में सुधार नहीं किया था और अगर आप सैफी भाई (सरफराज खान) को देखें तो उनमें दिन-ब-दिन सुधार होता गया। उन्होंने नादिर शाह के पॉडकास्ट पर कहा कि हमने सरफराज खान की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी जीती और टी20आई में वर्ल्ड नंबर एक भी बने।
जल्दी नहीं सीखते बाबर आजम
जुनैद खान ने कहा कि लोग कहते हैं कि हम बाबर आजम की कप्तानी में वनडे की नंबर एक टीम बने, लेकिन हम कमजोर टीमों के खिलाफ खेलकर नंबर एक नब गए। बाबर आजम ऐसे खिलाड़ी हैं जो जल्दी सीखने वाले नहीं हैं, हालांकि वह एक विश्व स्तरीय बल्लेबाज जरूर हैं, लेकिन उनकी कप्तानी अच्छी नहीं रही। आपको बता दें कि वनडे वर्ल्ड कप 2023 में बाबर आजम की कप्तानी में पाकिस्तान क्रिकेट टीम सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच पाई थी और यह टीम पांचवें नंबर पर रही थी।
जुनैद खान ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज शान मसूद और शाहीन शाह अफरीदी की समर्थन किया जिन्हें टेस्ट और टी20 टीम का कप्तान बनाया गया है। उन्होंने कहा कि शाहीन अफरीदी ने लाहौर कलंदर के क्रिकेट को बदल दिया है। उन्होंने पैट कमिंस का भी उदाहरण दिया और बताया कि एक अच्छे लीडर में आक्रामकता की जरूरत क्यों है। उन्होंने कहा कि पैट कमिंस को देखें तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे वर्ल्ड कप 2023 का टाइटल जीता। वह आक्रामक हैं और अपनी बात पर कायम रहते हैं।
जुनैद खान ने विराट कोहली के बारे में कहा कि उन्होंने भी संघर्ष किया, लेकिन उनमें एक आक्रमकता है। एमएस धोनी के संन्यास लेने के बाद उन्होंने संघर्ष किया, लेकिन उनका रिकॉर्ड अभी भी अच्छा है। लोग कहेंगे कि एमएस धोनी और स्टीफन फ्लेमिंग आक्रामक नहीं थे, लेकिन वह जानते थे कि टीम का नेतृत्व कैसे करना है। बाबर आजम में ऐसे गुण नहीं थे क्योंकि खिलाड़ियों से बेस्ट लेने के लिए आपको आक्रमकता दिखान की भी जरूरत है। उन्होंने 4 साल तक कप्तानी की, लेकिन उनकी कप्तानी में कोई प्रगति नहीं हुई।
