इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। वह पिछले ढाई साल में 54 टेस्ट पारियों में 10 शतक लगा चुके हैं। वह एलिस्टर कुक को पीछे छोड़कर इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। सबसे ज्यादा टेस्ट शतक के मामले में वह छठे नंबर पर पहुंच गए। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज इयान चैपल ने रूट पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान की परीक्षा होगी।
पीटीआई के अनुसार 81 साल के इयान चैपल ने ईएसपीएनक्रिकइफों के लिए अपने कॉलम में लिखा, ” रूट की शानदार रन बनाने की क्षमता की परीक्षा फिर से होगी जब वह पहले भारत के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेंगे। उन दो सीरीज में रूट को टेस्ट क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ अटैक का सामना करना होगा। पेस और स्पिन दोनों के खिलाफ उनकी तकनीक की फिर से परीक्षा होगी।”
भारत को अगली साल चार मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा करना है और थ्री लॉयन्स को अगले वर्ष ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज खेलने जाना है। इयान चैपल ने कहा, “ये ऐसी कठिन चुनौतियां हैं, जिनका सामना रूट और इंग्लैंड को भविष्य में करना होगा। वर्तमान में वे जीतने के लिए बेताब हैं क्योंकि पाकिस्तान ने स्पिन की मदद से इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज बराबर कर ली है।”
चैपल ने रूट को लेकर कहा, “तकनीकी रूप से सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी होने के नाते रूट को अपने साथी खिलाड़ियों को यह समझाना होगा कि कई बार स्वीप शॉट अच्छे स्पिनर्स से निपटने का आदर्श नहीं होते। रूट ने अपनी प्रतिभा साबित की है, लेकिन यह एक बहुत ही कठिन काम होगा।”
इंग्लैंड के लिए अपने पहले टेस्ट में रूट ने 73 रन की शानदार पारी खेली थी। इसके बाद से वह इंग्लैंड के मुख्य बल्लेबाज बन गए हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक ऑस्ट्रेलिया में शतक नहीं बनाया है। चैपल को लगता है कि विकेट के पीछे कैच आउट होने की उनकी कमजोरी ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर अतिरिक्त उछाल के प्रति उनके दृष्टिकोण पर विचार करने की आवश्यकता को दर्शाती है।
चैपल ने कहा, “रूट का जन्म रन बनाने के लिए हुआ है। उन्हें खेलते देखना मजेदार है, क्योंकि वह हर मौके पर रन बनाने की इच्छा के साथ एक ठोस तकनीक का संतुलन बनाए रखते हैं। रूट के खराब रिकॉर्ड में से एक यह है कि ऑस्ट्रेलिया में 27 पारियां खेलने के बावजूद वह टेस्ट शतक नहीं बना पाए हैं। इस आंकड़े को सुधारने का उनका आखिरी मौका 2025-26 में आएगा। संभवत: चोट या रिटायरमेंट न लेने पर वह एक और एशेज सीरीज खेलेंगे।”
चैपल ने कहा, “ऐसा नहीं है कि रूट ने ऑस्ट्रेलिया में खराब प्रदर्शन किया है, क्योंकि उनका औसत 35 के आसपास है, जो सम्मानजनक है। हालांकि, 50 से अधिक के नौ स्कोर बनाने के बावजूद शतक न बना पाना रूट के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है। ऑस्ट्रेलिया में चार मुख्य गेंदबाजों ने रूट को कई बार आउट किया है और इसे उनकी कमजोरी के तौर पर देखा जा सकता है। फिर भी इसका एक आसान जवाब है: अगर आपको आउट होना ही है, तो किसी अच्छे गेंदबाज के सामने आउट होना बेहतर है।”
चैपल ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में रूट के बारे में सबसे चिंताजनक बात यह है कि उन्हें कितनी बार कैच आउट किया गया है। 27 पारियों में रूट ने विकेटकीपर को कैच दिया। इससे यह पता चलता है कि उन्हें ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर मिलने वाले अतिरिक्त उछाल का फिर से आकलन करने की जरूरत है।”
