PAKISTAN vs ENGLAND: पाकिस्तान और इंग्लैंड (PAK vs ENG) के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मुकाबले में जो रूट (Joe Root) ने फहीम अशरफ (Fahim Ashraf) को आउट करके टेस्ट क्रिकेट में अपना 50 विकेट पूरा किया। सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) यह कारनाम 200 टेस्ट मैच खेलने के बाद भी नहीं कर पाए थे। जबकि जो रूट ने 126 मैचों में ही यह उपलब्धि हासिल कर ली है। जो रूट 10,000 से ज्यादा रन और 50 विकेट लेने वाले इंग्लैंड (England) के पहले खिलाड़ी बने। ऐसा करने वाले वो दुनिया के तीसरे खिलाड़ी बने। इससे पहले यह उपलब्धि जैक कैलिस (Jaques Kallis) और स्टीव वॉ (Steve Waugh) कर चुके हैं।

जो रूट ने हासिल की बड़ी उपलब्धि (Joe Root achieved a big achievement)

जो रूट ने 126 टेस्ट मैचों में 10629 रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 28 शतक लगाए। टेस्ट क्रिकेट में रूट का 49.66 का है। वहीं अगर रूट की गेंदबाजी की बात की जाए तो उनका बेस्ट बॉलिंग 8 रन देकर 5 विकेट है। पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट में एक विकेट लेते ही रूट दिग्गजों के लिस्ट में शामिल हो गए। इस मामले में सबसे उपर साउथ अफ्रीका के जैक कैलिस है। उन्होंने 166 टेस्ट मैचों में 45 शतक के साथ 13,289 रन बनाए। वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 292 विकेट चटका चुके हैं। उनका बेस्ट बॉलिंग 54 रन देकर 6 विकेट है।

सचिन तेंदुलकर भी नहीं पाए ऐसा (Even Sachin Tendulkar could not do this)

जैक कैलिस (Jaques Kallis) के बाद स्टीव वॉ ने यह मुकाम हासिल किया। स्टीव वॉ ने 168 टेस्ट मैचों में 10,927 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 32 शतक लगाए। अगर गेंदबाजी की बात की जाए तो टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी करते हुए 92 विकेट चटकाए। उनका बेस्ट बॉलिंग 28 रन देकर 5 विकेट रहा है। सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैचों में 15, 921 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 51 शतक जड़ा। लेकिन सचिन टेस्ट क्रिकेट में 50 विकेट लेने में कामयाब नहीं हो सके। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 46 विकेट चटकाए।

मौजूदा सीरीज में कुछ खास नहीं कर सके हैं रूट (Root could not do anything special in the current series)

रूट इस समय पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों में नाम के अनुरूप नहीं खेल सके हैं। उन्होंने रावलपिंडी में खेले पहले टेस्ट की पहली पारी में 23 रन और दूसरी पारी में 73 रन बनाए थे। वहीं, इस समय मुल्तान में जारी टेस्ट की पहली पारी में वह दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके थे और सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हुए थे। दूसरी पारी में उन्होंने 21 रन बनाए थे।