कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलंपिक 2020 अगले साल तक के लिए टाल दिए गए हैं। ओलंपिक की डेट आगे बढ़ने से बहुत से खिलाड़ियों को अपना सपना चकनाचूर होते दिख रहा है। कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया भर में आर्थिक मंदी छाने के हालात बन गए हैं। ऐसे में खिलाड़ियों को स्पॉन्सर मिलने में समस्या आ सकती है।

जापान के लिए ओलंपिक में पदक जीत चुके रायो मियाके को भी यही चिंता सता रही है। वह इसकी भरपाई करने की कोशिश में जुटे हैं। वे घर-घर जाकर खाना बेच रहे हैं, ताकि लॉकडाउन के दौरान अतिरिक्त नकदी (कैश) इकट्ठा कर पाएं। यह काम चुनने के पीछे एक और अहम कारण है। वह यह है कि उनको लगता है कि इससे उनकी फिटनेस भी बरकरार रहेगी।

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और जापान सरकार ने कोरोनोवायरस के प्रकोप के चलते मार्च में ओलंपिक खेलों को एक साल तक टालने का फैसला लिया था। ये खेल इस साल जुलाई से शुरू होने थे। मियाके ने 2012 लंदन ओलंपिक्स में फेंसिंग में पुरुषों की टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता था। लॉकडाउन से पहले मियाके के पास कई स्पॉन्सर थे।

हालांकि, अब उन्हें लगता है कि स्पॉन्सर धन नहीं दे पाएंगे, इसलिए अब वह साइकिल के जरिए उबर ईट्स के खाने को घर-घर पहुंचा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मियाके ने कहा, ‘यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि मैं कैसे और किस स्थिति में ओलंपिक में हिस्सा ले पाऊंगा। मुझे लगा कि ऐसी स्थिति में समर्थन (स्पॉन्सरशिप) हासिल करना थोड़ा असंभव है, इसलिए मैंने उन्हें (प्रायोजकों) को थोड़े समय के लिए स्पॉन्सरशिप रोकने को कहा है।’

जापान में कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन है, इसलिए खिलाड़ी जिम जाकर एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे हैं। मियाके ने कहा कि वह एक ऐसा रास्ता तलाश कर रहे थे, जिससे पैसा भी आ जाए और फिटनेस भी बरकरार रहे। ऐसे में अपनी साइकिल से उबर ईट्स के ग्राहकों के घर-घर जाकर उन्हें खाना देना सबसे उपयुक्त विकल्प लगा। मियाके ने कहा, ‘यह काम करते हुए मैं पसीने से तरबतर हो जाता हूं।’

मियाके ने बताया, ‘मैं एक दिन में लगभग 2,000 येन ($18.60 यानी करीब 1400 रुपए) कमा लेता हूं। इस अतिरिक्त आय का मतलब है कि मैं बिना स्पॉन्सरशिप के भी सरवाइव कर सकता हूं। मैं अपने ट्रेनिंग का ध्यान रखते हुए कमाई के अन्य विकल्प भी ढूंढ़ रहा हूं।’