इशांत शर्मा 100 टेस्ट खेलने वाले भारत के दूसरे तेज गेंदबाज बनने से महज एक मैच दूर हैं। अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में 24 फरवरी से होने वाले पिंक बॉल टेस्ट (गुलाबी गेंद) मैच में पहली गेंद फेंकते ही वह यह उपलब्धि अपने नाम कर लेंगे। इसके साथ ही वह कपिल देव, ग्लेन मैकग्रा, कर्टनी वाल्श जैसे दिग्गज तेज गेंदबाजों के क्लब में शामिल हो जाएंगे।
इशांत ने अब तक 99 टेस्ट मैच खेले हैं। इनमें उन्होंने 32.22 के औसत और 3.16 के इकॉनमी से 302 विकेट लिए हैं। कपिल देव 100 टेस्ट मैच खेलने वाले भारत के पहले तेज गेंदबाज हैं। अब उनके बाद इशांत शर्मा यह मुकाम छूने की दहलीज पर हैं। मोटेरा में होने वाले टेस्ट मैच में उतरते ही इशांत 100 टेस्ट मैच खेलने वाले भारत के 11वें खिलाड़ी बन जाएंगे। ओवरऑल बात करें तो वह 100 टेस्ट खेलने वाले दुनिया के 12वें तेज गेंदबाज बन जाएंगे।
इशांत इसके साथ ही 32 साल का सूखा भी खत्म करेंगे। दरअसल, कपिल देव ने नवंबर 1989 में कराची में पाकिस्तान के खिलाफ अपना 100वां टेस्ट मैच खेला था। उसके बाद से भारत का कोई भी तेज गेंदबाज 100 टेस्ट मैच नहीं खेल पाया है।
वैसे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की सूची में इशांत शर्मा छठे नंबर पर हैं। इस मामले में पहले नंबर अनिल कुंबले, दूसरे नंबर पर कपिल देव निखंज, तीसरे पर हरभजन सिंह, चौथे पर रविचंद्रन अश्विन और पांचवें पर जहीर खान हैं। अनिल कुंबले ने अपने करियर में 132, कपिल देव ने 131 और जहीर ने 92 टेस्ट मैच खेले थे। हरभजन ने 103 (भज्जी ने अब तक संन्यास नहीं लिया है) टेस्ट मैच खेले हैं। वहीं, रविचंद्रन अश्विन 76 टेस्ट खेल चुके हैं।
हालांकि, यह एकमात्र रिकॉर्ड नहीं है जो इशांत ने हाल के दिनों में बनाया है। चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन वह कपिल देव और जहीर खान के बाद तीसरे भारतीय तेज गेंदबाज बने, जिनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 300 या उससे ज्यादा विकेट हैं। इंग्लैंड के डैन लॉरेंस उनका 300वां टेस्ट शिकार हैं। इशांस ने अपने शुरुआती 79 टेस्ट मैच में 226 विकेट लिए थे। हालांकि, आखिरी 20 टेस्ट मैच में उनका प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने आखिरी 20 टेस्ट मैच में 76 विकेट झटके।
दिलचस्प बात यह है कि इतनी बड़ी-बड़ी उपलब्धियां अपने नाम करने वाले इशांत को अक्सर अन्य महान भारतीय तेज गेंदबाजों के समान सम्मान नहीं दिया जाता है। जहीर खान को भारत के सर्वकालिक तेज गेंदबाजों में से एक माना जाता है, लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि उनका गेंदबाजी औसत 32.94 था, जबकि इशांत का 32.32 है, जो उनसे बेहतर है।