हालिया दक्षिण अफ्रीकी दौरे में इशांत शर्मा भले ही अपने खाते में बहुत ज्यादा विकेट बटोरने में सफल नहीं हुए हों, लेकिन मेहमान टीम की ओपनिंग जोड़ी तोड़ने में उनकी अहम भूमिका रही है। दूसरे टेस्ट में उन्होंने पारी के पहले ही ओवर में एडेन मार्कराम को पवेलियन भेज दिया था। एक खिलाड़ी के जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन मुश्किलें दिलों के इरादे आजमाती हैं कि आखिर आप चुनौतियां से घबराकर अपने सपनों से समझौता कर लेते हैं या फिर चट्टान से मजबूत हौसलों के साथ उनका सामना करते हैं। हालांकि इन सब बातों में एक बात तो तय है कि अगर आपने इन मुश्किलों को पटखनी देने का मन बना लिया है और अपनी कमियों पर मेहनत की है तो आने वाला वक्त आपके सजदे में झुका होगा। ऐसी ही एक कहानी है टीम इंडिया के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा की जिनकी जिंदगी में भी ऐसा एक वक्त आया था जब वो न सिर्फ फैंस के निशाने पर थे बल्कि उन्हें खुद पर भी काफी पछतावा था, लेकिन इस खिलाड़ी ने कभी हार नहीं मानी और अपनी लगन और कड़ी मेहनत से फिर शानदार वापसी की और आज टेस्ट क्रिकेट में वो टीम इंडिया का सबसे अहम हिस्सा हैं। आइए जानते हैं इस खिलाड़ी की कुछ सुनी-अनसुनी बातें……..
इंडियन एक्सप्रेस की खबर की मानें तो ईशांत शर्मा अपने करियर की करीब 5 साल पुरानी बात का जिक्र करते हुए बताते हैं कि मैं क्रिकेट की वजह से एक नहीं बल्कि 15 दिनों तक रोता रहा था। दरअसल 2013 में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मैच का जिक्र करते हुए शर्मा बताते हैं कि उस मैच के आखिरी तीन ओवर में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 44 रन चाहिए थे लेकिन फॉकनर ने मेरे ओवर में 30 रन बना डाले थे। ईशांत बताते हैं कि ये उनके करियर का सबसे बुरा दिन था। उनकी वजह से टीम इंडिया वो मुकाबला हार गई थी। इस वाकये के बाद वो डिप्रेशन में चले गए थे और 15 दिनों तक रोते रहे थे। हालांकि पत्नी प्रतिमा की सलाह और खुद पर विश्वास की वजह से ईशांत ने मैदान पर फिर वापसी की और अपनी एक जगह टीम में बनाई।
टीम इंडिया ने 2018 में कई विदेशी दौरे किए इसमें इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और हाल ही में हुआ ऑस्ट्रेलिया दौरा अहम रहा जिसमें ईशांत की गेंदबाजी में एक अलग प्रभाव देखने को मिला जिसके बारे में बात करते हुए ईशांत शर्मा ने बताया कि पहले मैं नार्मल गेंदबाजी करता था। मसलन, बाएं हांथ के बल्लेबाज के लिए मैं ओवर द स्टंप ही करता था लेकिन अब मैं ऐसा नहीं करता, साथ ही नेट्स में मैं अभ्यास करता हूं कि लेफ्टी के लिए राउंड द स्टंप आउं। इस सारे अंतर और अपनी मेहनत का सार बताते हुए ईशांत शर्मा कहते हैं कि पहले मैं बहुत मेहनत करता था लेकिन अब मैं स्मार्ट वर्क करता हूं। ईशांत के लिए अब छोटे फॉर्मेट के भी दरवाजे खुल रहे हैं और आईपीएल-2019 के लिए उनपर दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने दांव लगाया है।