बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली को उनकी कप्तानी में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी बेस्ट कैप्टन बताते हैं। गांगुली के कप्तान रहते हुए मोहम्मद कैफ, युवराज सिंह, जहीर खान, आशीष नेहरा और हरभजन सिंह जैसे बेहतरीन खिलाड़ियों ने डेब्यू किया था। कैफ उस दौरान युवराज के साथ टीम इंडिया के बेस्ट फील्डर माने जाते थे। उन्होंने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया कि गांगुली आईपीएल के एक मैच के दौरान सुपर ओवर के समय माला पकड़कर भगवान को याद कर रहे थे।
कैफ ने स्पोर्ट्स एंकर गौरव कपूर के यूट्यूब चैनल ऑकट्री स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था। गांगुली की कप्तानी के बारे में पूछे जाने पर कैफ ने कहा था, ‘‘उनकी खास बात है कि वे खिलाड़ियों को सपोर्ट करते थे। प्लेयर्स को पता था कि अगर मैं खराब प्रदर्शन करता हूं तो भी कप्तान मेरे साथ है। कप्तान का विश्वास होना जरूरी है। अच्छे नहीं, खराब समय में भी। जब तीन मैच में आउट हो जाए और चौथे मैच में खेलने को मिलेगा या नहीं, वो अगर पता है तो आप बेहतर खेलते हैं। कप्तान का ये विश्वास साथ होना चाहिए। हमें पता होता था कि हमारा रोल क्या है। आप अगर 30 गेंद पर 30 रन बनाते हो और 20 रन फील्ड में बचा लेते हो तो आपने 50 रन बना दिए। मेरे लिए यह बिल्कुल एक शतक जैसा था। मैं 20-21 साल का था और कप्तान ये रोल मुझे बताता था। फिर लगता था कि क्या कर दूं इस कप्तान के लिए।’’
कैफ ने आगे कहा, ‘‘हरभजन सिंह, जहीर खान, युवराज सिंह, आशीष नेहरा सबमें एक ही फीलिंग्स थी कि दिल से इस कप्तान के साथ जुड़ना है। कुछ दिनों पर दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच मैच चल रहा था। सुपर ओवर में केकेआर को 10 रन बनाने थे। कगिसो रबाडा दिल्ली के लिए गेंदबाजी कर रहे थे। मैं कुछ नोट बना रहा था। गांगुली डगआउट में खड़े थे। उन्होंने मुझसे कहा कि लिखना बंद कर। फिर मैंने कहा कि क्यों तो उन्होंने कहा कि ये टाइम लिखने का नहीं, रब को याद करने का है। वे एक माला पहनते हैं। सुपरओवर के दौरान वे माला पकड़े हुए थे।’’
आईपीएल के बारे में कैफ ने कहा, ‘‘आईपीएल गेम है मैन मैनेजमेंट का। इसमें कोच कुछ नहीं करता है। ज्यादा टेक्निकल वो नहीं बता सकता है। बस उसका काम है वैसे खिलाड़ियों को चुनो जो सीधे प्रदर्शन कर सके। इसमें महेंद्र सिंह धोनी सबसे स्मार्ट हैं। ऋषभ पंत बहुत तेज खिलाड़ी है। वह लगता है कि जाते ही छक्का मारेगा, लेकिन ऐसा नहीं है। वह मैच के बारे में सोचता है। उसका सबकुछ हमेशा तैयार रहता है। उसे अपना काम पता होता है। बस हम उसे सही सलाह दे सकते हैं।’’