चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खुलासा किया है कि जब 2023 सीजन से पहले आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को लागू किया गया था तब वह इसके बहुत बड़े प्रशंसक नहीं थे। जब से आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम को आया है, तब से इस पर राय बंटी हुई है और चेन्नई सुपर किंग्स के सपोर्ट स्टाफ ने खुले तौर पर व्यक्त किया है कि वे पहले इसके बहुत बड़े प्रशंसक नहीं थे। धोनी ने यह भी कहा कि इस नियम के कारण 250 रन नहीं बन रहे हैं।
धोनी ने जियोस्टार पर इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर कहा, ” जब यह नियम लागू हुआ तो मुझे लगा कि उस समय इसकी वास्तव में जरूरत नहीं थी। एक तरह से यह मेरी मदद करता है, लेकिन साथ ही यह नहीं भी करता। मैं अभी भी विकेटकीपिंग करता हूं, इसलिए मैं कोई इम्पैक्ट प्लेयर नहीं हूं। मुझे खेल में बने रहना पड़ता है।”
250 या उससे अधिक का स्कोर देखने को मिल रहा
इम्पैक्ट प्लेयर नियम के कारण आईपीएल में नियमित रूप से 250 या उससे अधिक का स्कोर देखने को मिला है। क्य अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ टीमें विस्फोटक बल्लेबाजी करती हैं। अतिरिक्त गहराई के कारण टीमों को 200 से अधिक के स्कोर का बचाव करना भी मुश्किल लगता है। धोनी ने कहा कि यह खिलाड़ियों की मानसिकता है, जिसके कारण बड़े स्कोर बनते हैं।
250 या उससे अधिक का स्कोर क्यों बन रहे
धोनी ने कहा, “बहुत से लोग कहते हैं कि इस नियम के कारण ज्यादा हाई-स्कोरिंग मैच हो रहे हैं। मेरा मानना है कि यह ज्यादातर परिस्थितियों और खिलाड़ियों के सहज होने के कारण है। रन बनने की वजह एक अतिरिक्त बल्लेबाज की नहीं है। यह मानसिकता के कारण है। टीमों को अब एक अतिरिक्त बल्लेबाज की सुविधा है इसलिए वे ज्यादा आक्रामक तरीके से खेलती हैं। ऐसा नहीं है कि सभी चार या पांच अतिरिक्त बल्लेबाजों का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सिर्फ उनके होने का आत्मविश्वास है। इस तरह से टी20 क्रिकेट विकसित हुआ है।”