इंडियन प्रीमियर लीग 2025 से पहले मेगा ऑक्शन होगा। प्रत्येक फ्रेंचाइजी रिटेंशन और राइट टू मैच कार्ड (RTM) विकल्प के संयोजन के माध्यम से अधिकतम छह खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है। अब ये फ्रेंचाइजी के ऊपर निर्भर है वह कितना रिटेंशन और आरटीएम का इस्तेमाल करती है। आईपीएल 2022 से पहले मेगा ऑक्शन हुआ था तब राइट टू मैच कार्ड (RTM) को हटा दिया गया था। आईपीएल 2025 से पहले मेगा ऑक्शन के लिए राइट टू मैच कार्ड (RTM) की वापसी हो गई है। इस बार नियम में ट्विस्ट है।

राइट टू मैच कार्ड (RTM) का इस्तेमाल करके पहले टीम खिलाड़ी को अपने साथ नीलामी में सबसे ऊंची बोली राशि देने पर सहमत होकर अपने साथ जोड़ लेती थी। इस बार सबसे ऊंची बोली लगाने वाली टीम को आरटीएम के इस्तेमाल के बाद अपनी बोली को और बढ़ाने का एक और अवसर दिया जाएगा। अगर टीम बोली लगाने का विकल्प चुनती है तो दूसरी टीम को आरटीएम का इस्तेमाल करके इस राशि पर खिलाड़ी को अपने साथ जोड़ना होगा। ऐसा नहीं करने पर ऊंची बोली लगाने वाली टीम के साथ खिलाड़ी जुड़ जाएगा।

उदाहरण से समझें

अगर रियान पराग की नीलामी हो रही है और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उनके लिए 6 करोड़ रुपये की सबसे ऊंची बोली लगाई है, तो राजस्थान रॉयल्स (पराग की मौजूदा फ्रेंचाइजी) से सबसे पहले पूछा जाएगा कि क्या वे अपना आरटीएमस इस्तेमाल करना चाहते हैं (बशर्ते उनके पास एक हो)। अगर राजस्थान सहमत हो जाती है, तो आरसीबी को बोली बढ़ाने और अंतिम बोली लगाने का एक और मौका दिया जाएगा। अगर आरसीबी अब इसे बढ़ाकर 9 करोड़ रुपये कर दे, तो राजस्थान अपने आरटीएम का इस्तेमाल कर सकता है और अश्विन को 9 करोड़ रुपये में फिर से साइन कर सकता है।

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रिटेंशन के लिए समय सीमा

फ्रेंचाइजी के पास नीलामी से पहले रिटेन किए गए खिलाड़ियों की सूची को अंतिम रूप देने और जमा करने के लिए 31 अक्टूबर, 2024 को शाम 5 बजे तक का समय है। ध्यान रहे कि कोई भी खिलाड़ी जो 31 अक्टूबर, 2024 को या उससे पहले कैप हो जाता है यानी इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू कर जाता है तो उसे कैप्ड खिलाड़ी माना जाएगा।”