IPL 2025: ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में सीएसके के ने इस सीजन की शुरुआत अच्छी की थी और मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच जीता था, लेकिन सीजन के दूसरे ही मैच में इस टीम को अपने घरेलू मैदान पर आरसीबी के हाथों 50 रन से हार मिली। साल 2008 के बाद अब जाकर आरसीबी ने सीएसके को उनके घरेलू मैदान पर हराया। इस सीजन में एक तरफ जहां अन्य टीमें शुरू से ही धमाकेदार शुरुआत करती हैं तो वहीं सीएसके पुराने धर्रे पर ही चल रही है और ये टीम बाद में गति पकड़ने पर विश्वास कर रही है।
सीएसके की रणनीति मुंबई इंडियंस के खिलाफ 156 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए कारगर साबित हुई, लेकिन आरसीबी ने 196 रन बनाए और फिर ये टीम रन रेट को बनाए रखने में विफल रही। सीएसके ने आरसीबी के खिलाफ शुरुआती विकेट जल्दी गंवा दिए और इसकी वजह से बैकफुट पर आ गए। सीएसके की हार के बाद प्लेमिंग सवाल किया गया कि वो पुरानी रणनीति पर क्यों चल रहे हैं। फ्लेमिंग से पूछा गया कि पहले मैच में आपने 20 ओवर में 156 रन का पीछा किया था, लेकिन आरसीबी के खिलाफ आपने 146 रन बनाए। मुझे पता है कि यह आपका क्रिकेट खेलने का तरीका है, लेकिन क्या आपको लगता है कि यह पुराना हो गया है।
हमारी टीम में फायरपावर की कमी नहीं
इस सवाल का जवाब देते हुए फ्लेमिंग ने कहा कि मेरे खेलने के तरीके से आपका क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि वो पहली गेंद से स्विंग नहीं करते तो उनका तरीका इससे पुराना नहीं हो जाता। हम फायरपावर की बात करते हैं तो हमारे पास हर तरह से फायरपावर है। मुझे यह सवाल समझ नहीं आता। सिर्फ इसलिए की हम पहली गेंद से स्विंग नहीं करते और किस्मत हमारे पक्ष में है, बस अंत में देखिए कि कौन जीतता है और हमें कम मत समझिए। इसके बाद रिपोर्टर ने कहा कि मैं आपको कम नहीं आंक रहा हूं, लेकिन आप कुछ हद तक ऐसा कर रहे हैं। इसके बाद फ्लेमिंग ने कहा कि मूर्खतापूर्ण सवाल।
हम पिच को पढ़ नहीं पाए
फ्लेमिंग ने कहा कि पिछले कुछ साल से हम चेपक की पीच को नहीं पढ़ पाए हैं, इसलिए यह कोई नई बात नहीं है। हमें जो मिलता है उससे निपटने की कोशिश करते हैं। ये अब पुराना मैदान नहीं है कि आप बस जातकर चार स्पिनर के साथ खेल सकते हैं। हमें ये समझने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है कि हर मैच में पिच का क्या मिजाज होगा। हमें घरेलू पिच का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। हमें की बार घर के बाहर जीत हासिल की है। आरसीबी के खिलाफ मुकाबले में भी हम पिच को नहीं पढ़ पाए।