इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) में एक रोचक नियम का इस्तेमाल हुआ था। इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इस्तेमाल हुआ था। भारतीय टेस्ट टीम के विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने बतौर इम्पैक्ट प्लेयर ही सुर्खियों में आए थे। आईपीएल 2023 में खूब इम्पैक्ट प्लेयर्स का इस्तेमाल हुआ। इस नियम के तहत एक टीम 12 खिलाड़ियों का इस्तेमाल कर लेती है। बैटिंग के समय कोई और खिलाड़ी और गेंदबाजी में कोई और करता है। आइए डिटेल में इस नियम को जानते हैं। कब इसकी शुरुआत हुई। लीग के इतिहास में पहली बार किस टीम ने इस्तेमाल किया। पहला इम्पैक्ट प्लेयर कौन था।
क्या है इम्पैक्ट प्लेयर नियम
इम्पैक्ट प्लेयर नियम के अनुसार टॉस के बाद प्रत्येक टीम को अपने प्लेइंग इलेवन के अलावा पांच खिलाड़ियों का नाम देना होता है, जिनमें से एक का वह बतौर इम्पैक्ट प्लेयर इस्तेमाल करना चाहते हैं। यह खिलाड़ी मैच में किसी भी समय प्लेइंग 11 में किसी अन्य खिलाड़ी की जगह शामिल हो सकता है। इसके बारे में टीम को पहले ऑफिशियल्स को जानकारी देनी होती है। रिप्लेस किया गया खिलाड़ी प्लेइंग 11 में वापस नहीं आता।
कब हुआ पहली बार इस्तेमाल
आईपीएल 2023 में इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और गुजरात टाइटंस (GT) के बीत पहले ही मैच में हुआ था। महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने सबसे पहले इसका इस्तेमाल किया था। गुजरात टाइटंस ने भी इस नियम का इस्तेमाल किया था।
कौन था पहला इम्पैक्ट प्लेयर
आईपीएल इतिहास में सबसे पहले इम्पैक्ट प्लेयर तुषार देशपांंडे हैं। गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें अंबाति रायुडू की जगह प्लेइंग 11 में शामिल किया था। रायुडू ने बल्लेबाजी की। इसके बाद देशपांडे ने गेंदबाजी की। गुजरात ने चोटिल केन विलियमसन की जगह साई सुदर्शन को प्लेइंग 11 में शामिल किया था।
नियम में बड़ा पेंच
इम्पैक्ट प्लेयर में एक बड़ा पेंच है। अगर कोई टीम प्लेइंग 11 में 4 विदेशी खिलाड़ी खिलाती है तो वह इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर केवल भारतीय खिलाड़ी का ही इस्तेमाल कर सकती है। एक और बात टीम 12 खिलाड़ी का इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन बल्लेबाजी केवल 11 खिलाड़ी ही कर सकते हैं।