प्रत्युष राज। दुनिया भर में तेज गेंदबाजी को कूटने वाले जॉनी बेयरस्टो को इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) में शनिवार ( 30 मार्च) की रात को मयंक यादव ने अपनी पेस से हैरान करके रख दिया। मयंक की बैक-ऑफ-लेंथ गेंद को उन्होंने पुल करने का प्रयास किया। गेंद उनके बहुत तेज पहुंची। इसके नतीजा था कि वह कैच आउट हो गए। मयंक ने पंजाब किंग्स के खिलाफ जबरदस्त पेस से गेंदबाजी की और 27 रन देकर 3 विकेट लिए।

पंजाब किंग्स के खिलाफ मंयक ने 155.8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की। इससे मयंक के पिता प्रभु यादव को पुराने दिन याद आ गए। जब मयंक 14 वर्ष के थे और तब उनके पिता उन्हें वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज कर्टले एम्ब्रोस के बारे में उन्हें बताते थे। यादव सीनियर शनिवार को अपनी फैक्ट्री से लौट रहे थे, जहां वे एम्बुलेंस और पुलिस वाहनों के लिए सायरन बनाते हैं। वह मयंक की गेंदबाजी देखने के लिए दिल्ली के वेंकटेश्वर कॉलेज के सॉनेट क्लब में रुके।

सर पे मारने वाला गेंदबाज

प्रभु ने द इंडियन एक्सप्रेस से बताया, “मैं उन्हें एम्ब्रोस की कहानी सुनाता था। तुझे पता है उससे लोग डरते क्यों थे? क्योंकि वो सर पे डालता था, तुझे डराना है बैट्समैन को तो वही करना होगा।” अपनी किशोरावस्था में मयंक, दिल्ली के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज बन गए और उन्हें “सर पे मारने वाला गेंदबाज” का नाम दिया गया। ब्रेट ली ने शनिवार को गेंदबाजी देखकर ट्वीट किया, ” भारत को अपना सबसे तेज गेंदबाज मिल गया है। रॉ पेस। बहुत प्रभावशाली।”

मयंक को स्पीड पसंद है

मयंक ने मैच के बाद कहा, ” जनरली लाइफ में भी मुझे स्पीड पसंद है। मुझे रॉकेट, जेट और सुपरबाइक पसंद हैं। गति मुझे रोमांचित कर देती है।” सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 153 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद करने वाला तेज गेंदबाज, इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज के लिए चयनकर्ताओं के रडार पर था। मयंक को जनवरी के अंत तक अपने साइड स्ट्रेन से फिट होना था। निराश मयंक ने तब इंडियन एक्सप्रेस के साथ अपने विचार साझा करते हुए कहा था, ”मैं एक पैर पर खेल जाता अगर मैं 60 प्रतिशत भी रेडी होता।”

मोतीनगर के रहने वाले हैं मयंक

तेज गेंदबाजी के प्रति मयंक का प्यार पश्चिमी दिल्ली के मोतीनगर में उनके घर पर उनके पिता के ताने से शुरू हुआ था, जहां से कुछ किलोमीटर दूर विराट कोहली बड़े हुए थे। इसमें दो महान तेज गेंदबाज शामिल थे : एम्ब्रोस और डेल स्टेन। जहां यादव सीनियर एम्ब्रोस के प्रशंसक हैं, वहीं बेटे को स्टेन पसंद हैं। प्रभु यादव ने बताया, ” मुझे एम्ब्रोस और वाल्श काफी पसंद थे। एम्ब्रोस अपनी गति और बल्लेबाजों को उछाल के कारण अधिक प्रभावित करते थे। मैं उन्हें उनकी कहानियां सुनाता रहता था।”

मयंक को घर पर क्रिकेट देखने में समय बिताना पसंद नहीं

डेल स्टेन के बहुत बड़े प्रशंसक मयंक को घर पर क्रिकेट देखने में समय बिताना पसंद नहीं था। वह तब ही क्रिकेट देखते थे जब दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज खेल रहा होता था। वह अपने पिता से पूछते थे, ” क्या आपका एम्ब्रोस, स्टेन जितना अच्छा हुआ करते थे? वह यह पूछते थे और हमारे बीच इस बात पर छोटी सी प्रतिद्वंद्विता विकसित हो गई कि कौन बेहतर है, एम्ब्रोस या स्टेन?”