जब आईपीएल 2024 के लिए खिलाड़ियों की नीलामी चल रही थी तब झारखंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज सुमित कुमार किसी काम से बाहर थे। हर क्रिकेटर के परिवार की तरह उनके परिवार के सदस्य भी नीलामी देखने के लिए टीवी स्क्रीन से चिपके थे। उन्हें उम्मीद थी कि उनके बेटे को आईपीएल अनुबंध मिलेगा।

सुमित कुमार ने महान महेंद्र सिंह धोनी के मार्गदर्शन में अपने कौशल को निखारा। दुबई में आयोजित एक शानदार कार्यक्रम में नीलामीकर्ता मल्लिका सागर ने जैसे ही सुमित के नाम की घोषणा की। उनकी मां ने प्रार्थना में हाथ जोड़ लिए। सुमित का नाम और फोटो टीवी स्क्रीन पर दिखाया गया।

इसके बाद इस होनहार युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज में कई बोली लगाने वालों की दिलचस्पी जगा दी। सुमित कुमार का बेस प्राइस 20 लाख रुपए था, लेकिन टीमें उन पर बोली लगाती रहीं और दिल्ली कैपिटल्स की बोली बढ़कर 1 करोड़ रुपये हो गई। सुमित के परिवार में खुशी के आंसू छलक पड़े।

1 करोड़ में बिकने की बात सुन भावुक हो गए थे सुमित कुमार

खुशी के आंसू लिए मां ने सुमित को बधाई देने के लिए फोन किया। सुमित खबर सुनकर भावुक हो गए। डील पक्की होने के बाद दिल्ली कैपिटल्स ने सुमित की तस्वीर भी पोस्ट की। उन्हें टैग किया और अपने ‘परिवार’ में उनका स्वागत किया। सुमित के IPL में एक करोड़ में बिकने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई।

सुमित के घर पर लगा मीडियाकर्मियों का जमावड़ा

सुमित के झारखंड स्थित आवास पर हलचल मच गई। कई स्थानीय और राष्ट्रीय मीडियाकर्मी पहुंच गए और सुमित के परिवार की बाइट्स लेने लगे। रिश्तेदार और पड़ोसी भी बधाई संदेश लेकर सुमित के घर पहुंचने लगे। हालांकि, सुमित और उसका परिवार इस बात से अनजान था कि उनकी खुशी अल्पकालिक थी, क्योंकि अचानक ही सब कुछ बदल गया।

थोड़ी ही देर में DC ने इंस्टाग्राम से हटाई सुमित की तस्वीर

उनकी खुशी गहरे सदमे में बदल गई। सुमित ने जब दिल्ली कैपिटल्स के इंस्टाग्राम पोस्ट पर ध्यान दिया तो उसमें हरियाणा के सुमित कुमार का नाम शामिल था। यह देखते ही वह हैरान रह गए। सुमित अपने राज्य में अवसरों की कमी के कारण हाल ही में झारखंड छोड़कर नगालैंड के लिए रवाना हुए थे।

सुमित ने इस गड़बड़ी के बारे में बताने के लिए मां को फोन किया। सुमित ने रोते हुए मां को वास्तविक स्थिति बयां की। उन्होंने मां को सांत्वना देने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। उनकी मां जो कुछ क्षण पहले खुश थीं, अब गहरी पीड़ा और दर्द में थीं।

टीवी स्क्रीन पर मेरी ही तस्वीर दिखाई गई: सुमित कुमार

सुमित के हवाले से टाइम्सऑफइंडिया.कॉम ने लिखा, ‘मेरी मां बहुत खुश थीं। वह लगातार मेरे लिए प्रार्थना कर रही थीं। लेकिन यह कैसे संभव है? मैं मानता हूं कि नाम वही हो सकते हैं लेकिन उस तस्वीर का क्या जो टेलीविजन स्क्रीन पर दिखाई दे रही थी? मेरी तस्वीर वहां थी। वहां मेरा नाम था।’

सुमित ने बताया, मैं अपनी मां को सांत्वना देने में असफल रहा। वह बहुत भावुक थीं। टेलीविजन स्क्रीन पर मेरा नाम और फोटो देखकर वह बहुत खुश हुईं, लेकिन फिर यह चौंकाने वाली घटना घटी। दिल्ली कैपिटल्स एक बड़ी टीम है। मैंने उससे खेलने की उम्मीद नहीं की थी। एक क्रिकेटर की भावनाएं…। मेरे परिवार और मुझे इसके बारे में बहुत बुरा लगा।’

दिल्ली कैपिटल्स ने इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट की सुमित की तस्वीर

27 साल के सुमित कुमार ने बताया, ‘उन्होंने मेरी तस्वीर अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर भी डाली। उन्होंने मुझे सर्च किया। उन्होंने मुझे टैग भी किया। जब मुझे नोटिफिकेशन मिला तो उसके बाद मैं 100 प्रतिशत आश्वस्त था। लेकिन जब उन्होंने कुछ घंटे बाद इसे हटा दिया तो मैं स्तब्ध रह गया।’

सुमित और उनका परिवार घर से बाहर आया और मीडिया और पड़ोसियों को मामला समझाया। उन्होंने कहा, ‘यह मेरे और मेरे परिवार के लिए एक शर्मनाक क्षण था। मुझे बहुत सारे बधाई संदेश मिले। दोस्तों और क्रिकेटर्स ने नीलामी के स्क्रीनशॉट भेजे, जिनमें मेरी तस्वीर थी, लेकिन यह सब एक बड़ी शर्मिंदगी में बदल गया। मैं आपको नहीं बता सकता कि मेरा क्या हाल था। मैंने और परिवार ने क्या महसूस किया।’

10 साल की उम्र में शुरू किया था करियर

झारखंड के बोकारो के रहने वाले सुमित ने 10 साल की उम्र में खेलना शुरू किया था। क्रिकेट से उनका परिचय पिता ने कराया था। उनके पिता मैकेनिक थे। सुमित को 2014-15 में झारखंड सीनियर टीम में शामिल किया गया। सुमित ने अब तक अपने करियर में 20 प्रथम श्रेणी, 26 लिस्ट ए और 21 टी20 मैच खेले हैं। सुमित अब नगालैंड का प्रतिनिधित्व करते हैं।

माही भाई ने छोटे भाई की तरह माना: सुमित

सुमित ने बताया, ‘मैंने माही भाई (एमएस धोनी) से बहुत कुछ सीखा है। उनके साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना, उनसे बात करना। उनसे सीखना बहुत बड़ी बात है। मैंने उनकी वजह से विकेटकीपिंग करना शुरू किया। उन्होंने हमेशा मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया है। एक छोटे भाई की तरह। यह मेरे लिए राह का अंत नहीं है। मैं निराश हूं लेकिन अपने लक्ष्य के लिए कड़ी मेहनत करता रहूंगा।’