राहुल पांडे। इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) में दिल्ली कैपिटल्स (DC) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच मैच के दौरान अरुण जेटली स्टेडियम में ‘धोनी, धोनी’ की गूंज के बीच बृजभूषण सरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवान स्टेडियम के बाहर खड़े मिले। उन्होंने दावा किया कि टिकट के बाद भी उन्हें मैच देखने के लिए बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित स्टेडियम में एंट्री नहीं मिली। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के दावे को खारिज किया।

विनेश फोगाट ने कहा, “हम मैच देखने आए थे। हम पांच लोग पांच टिकट के साथ थे। उन्होंने हमारे टिकट चेक किए और हमसे कहा कि वे हमें जाने नहीं देंगे। उन्होंने हमसे कहा कि सुरक्षा का मसला है और वे हमें वीआईपी क्षेत्र में बैठाएंगे। हमने उनसे कहा, ‘नहीं, हम उन सीटों से मैच देखना चाहते हैं, जिनके लिए हमारे पास टिकट हैं।”

पांचों के पास था टिकट

विश्व चैंपियनशिप में पदक विजेता विनेश फोगाट, टोक्यो ओलंपिक 2020 के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया और रियो ओलंपिक 2016 में कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक सफेद टी-शर्ट में थे, जिस पर लिखा था, “आई सपोर्ट रेसलर्स”। पांचों के पास स्टेडियम के गेट 8 और 10 के बीच स्थित ईस्ट स्टैंड ग्राउंड फ्लोर के टिकट थे। पहलवानों एक महीने से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। इससे पहले वह जनवरी में धरने पर बैठे थे।

विनेश फोगाट ने क्या कहा?

पांचों पहलवान सुरक्षाकर्मियों से घिरे हुए थे। विनेश फोगाट ने कहा, “पहले तो उन्होंने हमें हमारे टिकट वापस नहीं दिए। हम उनसे बहस करते रहे, उन्हें बताते रहे कि हम अपनी सीट से मैच देखना चाहते हैं। हम नॉर्मल इंसान हैं, हम नॉर्मल सीट पर बैठके देखेंगे। जब हम वापस आ रहे थे, तो उन्होंने हमें फिर से अंदर आने के लिए कहा। ना तो जाने दे रहे, ना आने दे रहे।”

दिल्ली पुलिस ने ट्विटर पर जारी किया खंडन

विनेश ने आगे कहा, “मुझे नहीं पता कि वे मुद्दा क्यों बना रहे हैं। हम यहां खेल देखने के लिए सिर्फ अपनी सफेद शर्ट पहन रहे हैं। हम कुछ भी अवैध नहीं कर रहे हैं। यह हमारा अधिकार है।” इसके बाद वे यहां से चले गए। इस बीच दिल्ली पुलिस ने ट्विटर पर पहलवानों के दावों का खंडन किया।

दिल्ली पुलिस ने क्या कहा?

दिल्ली पुलिस ने ट्वीट करके कहा, ” कुछ सोशल मीडिया हैंडल पहलवानों को आईपीएल मैच देखने से रोके जाने के बारे में भ्रामक खबरें प्रसारित कर रहे हैं। फिरोजशाह कोटला मैदान में किसी वैध टिकट या पास धारक को नहीं रोका गया, सभी को उनके निर्धारित गेट से प्रवेश दिया गया।”