टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने बुधवार को युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल से मुलाकात का किस्सा बताया। उन्हें दोनों का रवैया पसंद नहीं आया। उन्होंने कहा कि उनकी एक एड की शूटिंग के दौरान इन दोनों से मुलाकात हुई। वे 6 घंटा साथ रहे, लेकिन क्रिकेट को लेकर उनसे कोई बात नहीं की। उन्होंने खुद का लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर से मिलने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि गावस्कर कभी उनसे मिलने की पहल नहीं करते।

बता दें कि इसके बाद वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकबज पर यह एड शूट वाली कहानी बताई। उन्होंने कहा, “पृथ्वी शॉ ने मेरे साथ एक एड शूट किया था। शुभमन गिल भी थे। उनमें से किसी ने एक बार भी क्रिकेट के बारे में बात नहीं की। हम वहां 6 घंटे रहे। अगर आप किसी से बात करना चाहते हैं तो आपको उनसे संपर्क करने की कोशिश करनी होगी।”

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सहवाग या चोपड़ा से बात करने की कोशिश नहीं करेंगे गावस्कर

वीरेंद्र सहवाग ने इसके बाद सुनील गावस्कर का उदाहरण देते हुए कहा, “जब मैं टीम में नया था, मैं सनी भाई (गावस्कर) से बात करना चाहता था, तो मैंने जॉन राइट (टीम इंडिया के पूर्व कोच) से कहा कि ‘मैं अभी भी नया खिलाड़ी हूं, मुझे नहीं पता कि सनी भाई मुझसे मिलेंगे या नहीं’, लेकिन आपको मुलाकात करानी चाहिए। इसलिए राइट ने मेरे लिए 2003-04 में एक डिनर का आयोजन किया और मैंने यह भी कहा कि मेरे (ओपनिंग) साथी आकाश चोपड़ा भी आएंगे ताकि हम बल्लेबाजी के बारे में बात कर सकें। वह आए और हमारे साथ खाना खाया। आपको मेहनत करनी है। सुनील गावस्कर, सहवाग या चोपड़ा से बात करने की कोशिश नहीं करेंगे। आपको उनसे अनुरोध करना होगा।”

पृथ्वी शॉ को अनुरोध करना चाहिए

वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि अगर किसी खिलाड़ी का फॉर्म खराब चल रहा है तो वह सीनियर खिलाड़ी से कभी भी बात कर सकता है। उन्होंने कहा, ” उन्होंने अपना इनपुट दिया और हमने काफी देर तक बात की, लेकिन आपको वह प्रयास करना होगा। गावस्कर कभी भी वीरेंद्र सहवाग या आकाश चोपड़ा से बात करने की कोशिश नहीं करेंगे। इसके लिए आपको अनुरोध करना होगा। अगर शॉ ने ऐसा अनुरोध किया हो तो मुझे यकीन है कि कोई कोशिश करता। वह दिल्ली के लिए खेल रहे हैं, इसलिए यदि वह बात करना चाहते हैं, तो उन्हें डीसी के (सीओओ) को इसके बारे में बताना चाहिए। क्रिकेट में आप कितने भी टैलेंटेड क्यों न हों। यदि आप मनोबल गिरा हुआ हैं, यदि आप मानसिक रूप से मजबूत नहीं हैं तो फिर कुछ नहीं किया जा सकता।”