इंडियन क्रिकेट टीम के पास साल 2023 में दो – दो आईसीसी ट्रॉफी जीतने का मौका है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से उसका मुकाबला होगा। इसके बाद भारत की ही मेजबानी में वनडे वर्ल्ड कप होना है। इससे पहले रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम चोटिल खिलाड़ियों से परेशान। इसके कारण यह बहस छीड़ी हुई है कि इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) के दौरान प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों को आराम देना चाहिए या नहीं।
हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) यह कह चुका है कि खिलाड़ियों के वर्कलोड पर नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) ध्यान देगा। इस बीच टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि भारतीय बोर्ड को आईपीएल टीमों से भारतीय खिलाड़ियों को आराम देने के लिए बात करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हर क्रिकेटर के घरेलू क्रिकेट खेलने का नियम भी बनना चाहिए।
भारत को उनकी जरूरत
लीजेंड्स लीग क्रिकेट के इतर द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान रवि शास्त्री ने कहा, ” आईपीएल के दौरान भी बोर्ड को फ्रेंचाइजी को बताना होगा कि सुनो हमें उनकी जरूरत है, भारत को उनकी जरूरत है। इसलिए भारत की खातिर अगर वह कुछ मैचों में नहीं खेलते तो अच्छा होगा।” जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर चोट के कारण रिहैबिलिटेशन कर रहे हैं। भारत आईपीएल के ठीक एक हफ्ते बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगा। ऐसे में बोर्ड के लिए चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि एक फिट भारतीय टीम इंग्लैंड जाए। वनडे वर्ल्ड कप भी सिर्फ सात महीने दूर है।
खिलाड़ियों के चोटिल होने पर बोले रवि शास्त्री
रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों के चोटिल होने पर कहा, ” क्रिकेट काफी हो रहा है। आराम का समय कम होता जा है। इस पर बोर्ड और खिलाड़ियों को चर्चा की जरूरत है। उन्हें यह बताने की जरूरत है कि आपको इतना ब्रेक चाहिए और इतने मैच खेलने हैं।” शास्त्री ने कहा कि उनके समय खिलाड़ी कम से कम आठ से दस साल आराम से खेलते थे।
घरेलू क्रिकेट के लिए बने नियम
रवि शास्त्री यह भी चाहते हैं कि बीसीसीआई खिलाड़ियों के लिए नियम बनाए कि उन्हें हर साल एक निश्चित संख्या में घरेलू मैच खेलने होंगे। उन्होंने कहा, “कोई भी हो। स्पिन खेलने में बल्लेबाज बेहतर हो सकते हैं, क्योंकि घरेलू क्रिकेट में हमारे स्पिनर की भूमिका काफी अहम है। जो जितना अधिक खेलेगा वह उतना ही बेहतर होगा।”