भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की दो नई टीमों सहित सभी 10 फ्रेंचाइजी टीमों के लिए 90 करोड़ रुपए की वेतन सीमा तय की है। वहीं आठ स्थापित टीमें अधिकतर चार खिलाड़ियों को अपनी टीम में बनाए रख सकती हैं।
पुरानी टीमों के ‘रिटेन’ किए गए खिलाड़ियों की घोषणा के बाद दो नई फ्रेंचाइजी – लखनऊ और अहमदाबाद – को नीलामी पूल से तीन खिलाड़ियों को चुनने का विकल्प दिया जाएगा।
आईपीएल फ्रेंचाइजी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि, ‘बीसीसीआई ने सभी फ्रेंचाइजी को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्हें नए नियमों के बारे में बताया गया है। इसमें चार खिलाड़ियों को रिटेन करने पर एक टीम के 42 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जबकि तीन खिलाड़ियों को टीम में बनाए रखने पर उसके 33 करोड़ रुपए खर्च होंगे।’
उन्होंने कहा, ‘दो खिलाड़ियों को बनाए रखने का मतलब होगा कि 90 करोड़ रुपए में से 24 करोड़ रुपए कम होना जबकि एक खिलाड़ी को बनाए रखने पर 14 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे।’
उन्होंने यह भी बताया कि खिलाड़ी को बनाए रखने पर खर्च की गई राशि और खिलाड़ी को भुगतान की गई राशि हमेशा समान नहीं होती है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘मान लीजिए कि दिल्ली कैपिटल्स ने अधिकतम चार खिलाड़ियों में से ऋषभ पंत को अपने ‘पहले खिलाड़ी’ के रूप में बरकरार रखा तो उनके खाते से 16 करोड़ रुपए कट जाएंगे लेकिन वास्तव में जरूरी नहीं है कि पंत को इतनी ही धनराशि मिलेगी। यह इससे काफी कम हो सकती है। मैं सिर्फ एक उदाहरण दे रहा हूं।’’
चार खिलाड़ियों को रखने की दशा में तीन भारतीय और एक विदेशी या दो भारतीय और दो विदेशी खिलाड़ी होंगे। नई फ्रेंचाइजी बाकी बचे खिलाड़ियों में से दो भारतीयों और एक विदेशी खिलाड़ी को अपनी टीम में रख सकती है।
पत्र में कहा गया है कि नवंबर में आठ पुरानी फ्रेंचाइजी टीमों को खिलाड़ियों को रिटेन करने का मौका दिया जा सकता है जबकि एक से 25 दिसंबर तक लखनऊ और अहमदाबाद के पास तीन खिलाड़ियों को चुनने का अवसर होगा। नीलामी जनवरी के शुरू में होगी।
यदि कोई टीम चार खिलाड़ियों को रखती है तो पहले खिलाड़ी की कीमत 16 करोड़, दूसरे खिलाड़ी की 12 करोड़, तीसरे खिलाड़ी की आठ करोड़ और चौथे खिलाड़ी की छह करोड़ रुपए होगी। इस तरह से 42 करोड़ रुपए कट जाएंगे और फ्रंचाइजी 48 करोड़ रुपए के साथ नीलामी में उतरेगी।
तीन खिलाड़ियों को रखने पर यह राशि पहले से तीसरे खिलाड़ी तक क्रमश: 15 करोड़, 11 करोड़ और सात करोड़ रुपए, दो खिलाड़ियों को रखने पर 14 और 10 करोड़ रुपए और एक खिलाड़ी को रखने पर 14 करोड़ रुपए होगी। यदि ऐसे खिलाड़ी को रिटेन किया जाता है जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेली तो केवल चार करोड़ रुपए काटे जाएंगे।