दिल्ली दुरुस्त नहीं थी, दिल्ली दूरस्थ थी। हालांकि, पास बहुत पहुंचे, लेकिन अंत में हौसले पस्त थे। ऋषभ पंत की टीम का नहीं हुआ अच्छे से अंत। आखिरी मैच अगर जीत लेते तो आगे चले जाते, लेकिन मुंबई के खिलाफ डीआरएस नहीं लिया और हार हुई। सच्चाई यह है कि पूरे सीजन में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। सिर्फ एक बार दिल्ली कैपिटल्स लगातार दो गेम जीती। आखिर इतना खराब हुआ कैसे? भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व टेस्ट ओपनर आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर दिल्ली कैपिटल्स के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में असफल अभियान की 6 गलतियां गिनाईं।
आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘ऐसा नहीं था कि दिल्ली कैपिटल्स की टीम को देखकर यह कहा जा सकता था कि टीम उतनी अच्छी नहीं है। दिल्ली के साथ क्या-क्या खराब रहा, अगर हम रिव्यू करें तो 6 गलतियां रहीं हैं, जिसमें सबसे पहले पेन पॉइंट्स है। कप्तान सबसे बड़ी समस्या है। ऑक्शन स्ट्रैटजी गलत थी।’
आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘आपके पास सिर्फ 7 विदेशी खिलाड़ी थे, जबकि 8 हो सकते थे। जब खिलाड़ियों को पिक करते हैं तो आपको आइडिया होता है कि किस की सेवाएं आपको मिलेंगी और किसकी नहीं। शुरुआती कुछ मैच में आपके पास सिर्फ 3 विदेशी खिलाड़ी ही उपलब्ध थे।’
उन्होंने कहा, ‘दूसरी समस्या यह रही है कि बैटिंग ऑर्डर सेट ही नहीं हो पाया। आप प्रयोग करते रहे। पृथ्वी शॉ की इंजरी और कोविड-19 का संक्रमण भी टीम के लिए समस्या बने।’ टीम की कप्तानी पर बोलते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा कि रिकी पोंटिंग ने बताया था कि ऋषभ पंत से बेहतर कोई कप्तान नहीं है। यही हमारी टीम को आगे लेकर जाएंगे।’
आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘बतौर खिलाड़ी ऋषभ पंत मेरे दिल के बहुत अजीज हैं। मैं उसे बहुत पसंद करता हूं, लेकिन अगर मैं कप्तानी की बात करूं तो बहुत से मौकों पर उनके फैसलों को देखकर सिर खुजाना पड़ा। ऐसा लगा कि उन्हें हुआ क्या है। जैसे एक मैच में कुलदीप यादव ने 3 ओवर में 4 विकेट ले लिए, लेकिन उनको चौथा ओवर ही नहीं दिया गया।’
आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘ऐसा एक बार नहीं, कई बार हुआ है, जब आपका मुख्य गेंदबाज 4 ओवर का अपना स्पेल पूरा नहीं कर पाया। यदि ऋषभ पंत की कप्तानी का रिव्यू करने की बात आएगी तो मैं 50-50 ही कहूंगा। अंत में कहा जाए तो बॉलिंग में भी उतनी धार नजर नहीं आई। स्पिन अच्छी रही, लेकिन डेथ ओवर्स में दम नजर नहीं आया। कहना गलत नहीं होगा कि कगिसो रबाडा की कमी खली।’