इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सबसे अधिक निरंतर प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक सनराइजर्स हैदराबाद पांच साल बाद टूर्नामेंट जीतने के इरादे से उतरेगी। 9 अप्रैल से शुरू हो रहे आईपीएल के 14वें सीजन में हैदराबाद का पहला मुकाबला 11 अप्रैल को कोलकाता नाइटराइडर्स से होगा। डेविड वार्नर की अगुआई में 2016 में अपना एकमात्र आईपीएल खिताब जीतने के बाद से सनराइजर्स की टीम ने हमेशा प्ले आफ में जगह बनाई है लेकिन खिताब जीतने में नाकाम रही।
टीम को 2017 में एलिमिनेटर में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा जबकि इसके अगले साल हैदराबाद की टीम फाइनल में चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ हार गई। आईपीएल 2019 में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ एलिमिनेटर में बाहर हो गई थी। इसके बाद पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के कारण यूएई में टूर्नामेंट का आयोजन हुआ। वहां उसने एलिमिनेटर में आरसीबी को हरा दिया, लेकिन दूसरे क्वालीफायर में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी।
सनराइजर्स की मजबूती: सनराइजर्स की सबसे बड़ी मजबूती उसकी गेंदबाजी है। भुवनेश्वर कुमार, टी नटराजन, जेसन होल्डर, राशिद खान, मुजीब उर रहमान और मोहम्मद नबी जैसे किफायती गेंदबाज हैं। संदीप शर्मा, सिद्धार्थ कौल, बासिल थम्मी, शाहबाज नदीम, खलील अहमद और अभिषेक शर्मा जैसे उपयोगी गेंदबाज भी हैं। बल्लेबाजी में शीर्ष क्रम सबसे मजबूत है। टीम के पास डेविड वार्नर, जॉनी बेयरस्टॉ, जेसन रॉय, केन विलियमसन, मनीष पांडे, जेसन रॉय और ऋद्धिमान साहा जैसे खिलाड़ी हैं जो किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने में सक्षम हैं।
सनराइजर्स की कमजोरी: बल्लेबाजी क्रम में फिनिशर की कमी टीम का कमजोर पक्ष है। यूएई में हुए पिछले आईपीएल में टीम का मध्यक्रम भी कमजोर नजर आया और ऐसे में टीम की नजरें विलियमसन के अनुभव पर टिकी होंगी। विजय शंकर को आलराउंडर के रूप में टीम में अपनी अहमियत साबित करनी होगी। टीम ने इस साल केदार जाधव को अपने साथ जोड़ा है लेकिन देखना यह होगा कि अभ्यास की कमी के बावजूद महाराष्ट्र का यह आलराउंडर अपनी अहमियत साबित कर पाएगा या नहीं।
मध्यक्रम में जाधव अहम भूमिका निभा सकते हैं। पांडे के पास भी आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन करके राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने की दावेदारी फिर पेश करने का मौका होगा। सनराइजर्स की टीम अपने शीर्ष क्रम पर अधिक निर्भर है जो उसके लिए खतरे की घंटी हो सकती है। अगर वार्नर, बेयरस्टॉ, पांडे और विलियमसम लंबे समय तक खराब फॉर्म से जूझते हैं जो फिर मध्य और निचले क्रम पर काफी दबाव आ जाएगा। अब्दुल समद से ठीक आखिरी के ओवरों मे तेज बल्लेबाजी की उम्मीद होगी।
टीम इस प्रकार है: डेविड वार्नर (कप्तान), केन विलियमसन, विराट सिंह, मनीष पांडे, प्रियम गर्ग, ऋद्धिमान साहा, जॉनी बेयरस्टॉ, जेसन रॉय, श्रीवत्स गोस्वामी, विजय शंकर, मोहम्मद नबी, केदार जाधव, जे सुचित, जेसन होल्डर, अभिषेक शर्मा, अब्दुल समद, भुवनेश्वर कुमार, राशिद खान, टी नटराजन, संदीप शर्मा, खलील अहमद, सिद्धार्थ कौल, बासिल थम्पी, शाहबाज नदीम और मुजीब उर रहमान।