इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन का 30वां मुकाबला दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच दुबई में बुधवार (14 अक्टूबर) को हो रहा है। दिल्ली ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी।
दिल्ली कैपिटल्स ने अपनी प्लेइंग इलेवन में एक बदलाव किया है। उसने हर्षल पटेल की जगह तुषार देशपांडे को शामिल किया है। तुषार देशपांडे ने इस मैच से आईपीएल में अपना डेब्यू किया। वहीं, राजस्थान की टीम बिना बदलाव के इस मैच में उतरी है।
दिल्ली अंक तालिका में दूसरे और राजस्थान 7वें स्थान पर है। दिल्ली को पिछले मैच में हार का सामना करना पड़ा था और राजस्थान को जीत मिली थी। इस मैच में दोनों टीमें इन खिलाड़ियों के साथ उतरी हैं।
ये है दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन:
दिल्ली कैपिटल्स: श्रेयस अय्यर (कप्तान), पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे, मार्कस स्टोइनिस, एलेक्स कैरीस (विकेटकीपर), तुषार देशपांडे, अक्षर पटेल, कगिसो रबाडा, रविचंद्रन अश्विन, एनरिक नोर्त्जे।
राजस्थान रॉयल्स: जोस बटलर (विकेटकीपर), स्टीव स्मिथ (कप्तान), संजू सैमसन, रॉबिन उथप्पा, रियान पराग, राहुल तेवतिया, जोफ्रा आर्चर, श्रेयस गोपाल, कार्तिक त्यागी, जयदेव उनादकट।
विशेषज्ञों की मानें तो हर्षल पटेल की जगह तुषार देशपांड को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना श्रेयस अय्यर के लिए काफी लाभदायक फैसला साबित हो सकता है। डेब्यू करने वाले तुषार ने तेज गेंदबाजी करने के अलावा मध्य क्रम में टीम के लिए उपयोगी बल्लेबाजी की भी भूमिका निभा सकते हैं।
आईपीएल 2020 के 30वें मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स की टीमें आमने-सामने हैं। दिल्ली कैपिटल्स ने अपना आखिरी मैच 11 अक्टूबर को मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेला था। उस मैच में दिल्ली को 5 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। वहीं, राजस्थान ने अपना आखिरी मैच सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 11 अक्टूबर को ही खेला था। तब उसने 5 विकेट से जीत हासिल की थी। हालांकि, अंक तालिका में दिल्ली दूसरे और राजस्थान 7वें नंबर पर है।
इस मैदान पर अब तक 61 टी20 मैच हुए हैं। इनमें से 34 में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है, जबकि 26 में पहले गेंदबाजी करने वाली टीम जीती है। पहली पारी में टीम का औसत स्कोर 144 और दूसरी पारी में टीम का औसत स्कोर 122 रन रहा है।
राजस्थान रॉयल्स की बल्लेबाजी शुरुआती 4 बल्लेबाजों पर निर्भर है। जोस बटलर, संजू सैमसन, कप्तान स्टीव स्मिथ और बेन स्टोक्स पर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी है। गेंदबाजी में बात करें तो जोफ्रा आर्चर के साथ बाकी बॉलर्स को भी विकेट हथियाने होंगे। दिल्ली के खिलाफ पिछले मैच में बेन स्टोक्स नहीं खेले थे। हालांकि, बाकी तीनों (स्मिथ, बटलर और सैमसन) भी असफल ही रहे थे।
किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ एक ओवर में पांच छक्के जड़ने वाले तेवतिया ने सनराइजर्स के खिलाफ पिछले मैच में 28 गेंदों पर 45 रन बनाये थे। दूसरी तरफ दिल्ली को अपने पिछले मैच में मुंबई से हार का सामना करना पड़ा था। श्रेयस अय्यर की अगुआई वाली टीम उस हार को भुलाकर फिर से अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी। दिल्ली के पास आक्रामक बल्लेबाज हैं। कागिसो रबाडा की अगुआई में उसकी गेंदबाजी भी मजबूत है। रबाडा ने अब तक 17 विकेट लिए हैं। उन्हें हमवतन दक्षिण अफ्रीकी एनरिक नोर्त्जे और हर्षल पटेल का अच्छा सहयोग मिला है। रविचंद्रन अश्विन ने भी अक्षर पटेल के साथ मिलकर अच्छी गेंदबाजी की है।
दिल्ली के बल्लेबाजी विभाग में शिखर धवन की फॉर्म में वापसी सकारात्मक संकेत है। पृथ्वी शॉ और श्रेयस अय्यर पहले ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के चोटिल होने के कारण दिल्ली को पिछले मैच में शिमरॉन हेटमेयर को बाहर करके एलेक्स कैरी को अंतिम एकादश में शामिल करना पड़ा था। यह अजिंक्य रहाणे का इस आईपीएल में पहला मैच था। मतलब पंत की भरपाई उसे दो खिलाड़ियों से करनी पड़ी।
बेन स्टोक्स जहां रॉयल्स के लिये बेहद महत्वपूर्ण है. वहीं टीम के शीर्ष क्रम को असफलता से भी पार पानी चाहेगी। शीर्ष क्रम की नाकामी के कारण निचले क्रम के बल्लेबाजों पर दबाव बन रहा है। कप्तान स्मिथ और संजू सैमसन ने पहले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन इसके बाद उनका बल्ला कुंद पड़ा है। जोस बटलर ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 44 गेंदों पर 70 रन बनाए, लेकिन वह पिछले दो मैचों में अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाये। अगर राहुल तेवतिया अच्छा प्रदर्शन नहीं करते तो रॉयल्स की स्थिति और नाजुक होती।
दिल्ली ने पिछले सप्ताह रॉयल्स को 46 रन से हराया था। स्टीव स्मिथ की अगुआई वाली रॉयल्स की टीम उससे सबक लेकर इस मैच में कड़ी चुनौती पेश करेगी। जब दोनों टीमें पिछली बार एक दूसरे से भिड़ी थी तो रॉयल्स की टीम में स्टोक्स नहीं थे। इंग्लैंड का यह आलराउंडर भले ही पहले मैच में अपना जलवा नहीं दिखा सका, लेकिन उनकी उपस्थिति में यह पूर्व चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ पांच विकेट से जीत दर्ज करके चार मैच के हार के क्रम को तोड़ने में सफल रहा।
दिल्ली को अपने पिछले मैच में मुंबई से हार का सामना करना पड़ा था। श्रेयस अय्यर की अगुवाई वाली टीम उस हार को भुलाकर फिर से अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी। दिल्ली के पास आक्रामक बल्लेबाज हैं और कागिसो रबाडा की अगुवाई में उसकी गेंदबाजी भी मजबूत है। रबाडा ने अब तक 17 विकेट लिए हैं। उन्हें हमवतन दक्षिण अफ्रीकी एनरिच नोर्त्जे और हर्षल पटेल का अच्छा सहयोग मिला है। रविचंद्रन अश्विन ने भी अक्षर पटेल के साथ मिलकर अच्छी गेंदबाजी की है। रॉयल्स के खिलाफ पिछले मैच में हालांकि मार्कस स्टोइनिस के ऑलराउंड खेल से दिल्ली को जीत मिली थी।
कप्तान स्मिथ और संजू सैमसन ने पहले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन इसके बाद उनका बल्ला कुंद पड़ा है। जोस बटलर ने मुंबई इंडियन्स के खिलाफ 44 गेंदों पर 70 रन बनाये लेकिन वह पिछले दो मैचों में अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए। अगर राहुल तेवतिया अच्छा प्रदर्शन नहीं करते तो रॉयल्स की स्थिति और नाजुक होती। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ एक ओवर में पांच छक्के जड़ने वाले तेवतिया ने सनराइजर्स के खिलाफ पिछले मैच में 28 गेंदों पर 45 रन बनाये थे।
इंग्लैंड के बेन स्टोक्स भले ही पहले मैच में अपना जलवा नहीं दिखा सके लेकिन उनकी उपस्थिति में राजस्थान की टीम सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ पांच विकेट से जीत दर्ज करके चार मैच के हार के क्रम को तोड़ने में सफल रही। स्मिथ ने कहा, ‘‘स्टोक्स की वापसी से हमारी टीम में अच्छा संतुलन पैदा हो गया है। उसने केवल एक ओवर किया क्योंकि वह अभी लॉकडाउन से बाहर निकला हैं और लय में लौटने की कोशिश कर रहा है।’’
आईपीएल में राजस्थान का सक्सेस रेट दिल्ली से ज्यादा है। दिल्ली ने अब तक कुल 184 मैच खेले हैं। 83 मैच में उसे जीत मिली और 100 में उसे हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली का लीग में सक्सेस रेट 44.78% है। वहीं, राजस्थान ने अब तक कुल 154 मैच खेले हैं। 78 में उसे जीत मिली और 74 में उसे हार का सामना करना पड़ा। राजस्थान का लीग में सक्सेस रेट 50.98% है।
दिल्ली अकेली ऐसी टीम है, जो अब तक फाइनल नहीं खेल सकी। हालांकि, दिल्ली टूर्नामेंट के शुरुआती दो सीजन (2008, 2009) में सेमीफाइनल तक पहुंची थी। वहीं, राजस्थान ने आईपीएल (2008) का पहला सीजन अपने नाम किया था।
दिल्ली और राजस्थान अब तक 7-7 मैच खेल चुकी है। इनमें से दिल्ली के 5 मैच जीत के साथ 10 पॉइंट हैं और वह टेबल में दूसरे नंबर पर काबिज है। वहीं, राजस्थान सिर्फ 3 ही मैच जीत सकी। वह 6 पॉइंट के साथ छठवें नंबर पर काबिज है।
दुबई में मैच के दौरान आसमान साफ रहेगा। तापमान 23 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। पिच से बल्लेबाजों को मदद मिल सकती है। यहां स्लो विकेट होने के कारण स्पिनर्स को भी काफी मदद मिलेगी। टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। इस आईपीएल से पहले यहां हुए पिछले 61 टी-20 में पहले बल्लेबाजी वाली टीम की जीत का सक्सेस रेट 55.74% रहा है।
दिल्ली के बल्लेबाज और गेंदबाज शानदार फॉर्म में हैं। ओपनर पृथ्वी शॉ और शिखर धवन टीम को अच्छी शुरुआत दिला रहे हैं। इसके बाद कप्तान श्रेयस अय्यर, मार्कस स्टोइनिस भी आक्रामक बल्लेबाजी कर रहे हैं। वहीं, गेंदबाजी में कगिसो रबाडा, एनरिच नोर्तजे, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल भी शानदार फॉर्म में हैं। विकेटकीपर ऋषभ पंत चोट के कारण टीम से बाहर चल रहे हैं।
राजस्थान रॉयल्स की बैटिंग टॉप-4 बल्लेबाजों पर निर्भर है। कप्तान स्टीव स्मिथ, जोस बटलर, बेन स्टोक्स और संजू सैमसन पर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी होगी। वहीं गेंदबाजी में जोफ्रा आर्चर के साथ बाकी गेंदबाजों को भी विकेट निकालने होंगे। दिल्ली के खिलाफ पिछले मैच में स्टोक्स नहीं खेले थे। हालांकि, बाकी तीन प्लेयर भी असफल ही रहे थे।
पिछले मैच में दिल्ली ने टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए राजस्थान को 185 रन का टारगेट दिया था। यह शारजाह में सीजन का सबसे छोटा टारगेट था, जिसे राजस्थान हासिल नहीं कर पाई और 19.4 ओवर में 138 रन पर ऑल आउट हुई थी।
दिल्ली ने इस सीजन में दुबई के मैदान पर अब तक 3 मैच खेली और सभी जीते हैं। जबकि राजस्थान ने यहां दो मैच खेले, जिनमें से एक जीता और एक में हार मिली है। सीजन में दोनों टीमें दूसरी बार भिड़ रहीं हैं। शारजाह में खेले गए पहले मैच में दिल्ली ने राजस्थान को 46 रन से हराया था। इससे पहले भी रॉयल्स टीम दिल्ली के खिलाफ 3 मैच हार चुकी है।