भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक पोस्ट साझा कर देश के सैनिकों को सलाम किया है। यह पोस्ट ऐसे समय में आई है जब भारत-पाक सीमा पर तनाव चरम पर है और IPL 2025 को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
विराट कोहली की भावुक अपील
विराट कोहली ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने सैनिकों के प्रति अपनी एकजुटता और सम्मान व्यक्त किया। पोस्ट में लिखा गया, “हम अपने सशस्त्र बलों के साथ एकजुटता में खड़े हैं और इन कठिन समय में हमारे देश की रक्षा करने के लिए उन्हें सलाम करते हैं। हम अपने नायकों के अटूट साहस और उनके परिवारों द्वारा हमारे महान राष्ट्र के लिए किए गए बलिदानों के लिए हमेशा ऋणी रहेंगे। जय हिंद “
इस पोस्ट के साथ उन्होंने प्रार्थना हाथ जोड़ने वाला इमोजी और भारतीय तिरंगे का प्रतीक भी जोड़ा, जो उनके संदेश को और प्रभावशाली बनाता है। कोहली की यह पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है और प्रशंसकों के बीच इसे खूब सराहा जा रहा है।
भारत-पाक तनाव और खेल जगत पर असर
पाकिस्तान द्वारा गुरुवार को ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। भारत ने जवाबी कार्रवाई में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें करीब 100 आतंकवादी मारे गए। इस तनाव का असर खेल जगत पर भी पड़ा है। धर्मशाला में एक IPL 2025 मैच को बीच में ही रद्द करना पड़ा और अब BCCI ने लीग को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है।
खिलाड़ियों का देशभक्ति भरा रुख
विराट कोहली से पहले कई अन्य खिलाड़ी भी सैनिकों के प्रति अपना समर्थन जता चुके हैं। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने सशस्त्र बलों की बहादुरी को सलाम किया, वहीं पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि भारतीय सेना इस हमले का करारा जवाब देगी। दूसरी ओर पूर्व क्रिकेटर अंबाती रायडू ने शांति की अपील की, लेकिन उनकी पोस्ट को लेकर विवाद भी हुआ।
विराट की पोस्ट का प्रभाव
विराट कोहली की पोस्ट ने न केवल उनके प्रशंसकों बल्कि पूरे देश में एक सकारात्मक संदेश फैलाया है। उनके इस कदम ने एक बार फिर साबित किया कि वह न केवल मैदान पर बल्कि मैदान के बाहर भी एक प्रेरणा स्रोत हैं। उनकी पोस्ट ने लोगों को एकजुटता का संदेश दिया और सैनिकों के प्रति सम्मान को और बढ़ाया।