विश्व के महानतम विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ना सिर्फ अपनी फुर्ती बल्कि पारखी नजर के चलते भी अक्सर चर्चा में रहते हैं। अक्सर देखा जाता है कि मैदानी अंपायर भले ही फैसला देने में कोई चूक कर जाएं मगर धोनी तुरंत फैसले के खिलाफ डीआरएस लेकर अंपायर्स को मजबूर कर देते हैं कि वो अपना निर्णय बदलें। ऐसा ही कुछ भारत-श्रीलंका के बीच चौथे वनडे मैच में भी देखने को मिला वो भी एक नहीं बल्कि दो-दो बार।
श्रीलंकाई बल्लेबाजी के दौरान पारी का तीसरा ओवर शार्दुल ठाकर फेंक रहे थे।पहली ही गेंद पर डिकवेला ने चौका लगाया। मगर चौथी बॉल पर डिकवेला के दस्तानों को छूती हुई महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में समा गई। गेंदबाज समेत धोनी ने अपील की लेकिन अंपायर ने नॉट आउट दिया। मगर धोनी ने तुरंत कोहली को कहा ‘आवाज आई है’ … विराट कोहली ने माही पर भरोसा करते हुए रिव्यू मांगा और इसमें मामला साफ हो गया। निरोशन डिकवेला 14 रन बनाकर आउट।
ठीक ऐसा ही वाकया 8वें ओवर में भी देखने को मिला, जब जसप्रीत बुमराह की गेंद दिलशान मुनवीरा के दस्तानों को टच करती हुई धोनी तक पहुंची। कैच की अपील हुई। अंपायर ने इसे नकारा। मगर धोनी के कहने पर फिर से डीआरएस लिया गया और इस बार फिर से श्रीलंकाई बल्लेबाज पवेलियन की ओर रवाना।
ये स्पष्ट है कि धोनी अगर गेंद पर अपनी पारखी नजर नहीं बनाए रखते तो ये बल्लेबाज मैच के नतीजे में कुछ हद तक असर जरूर डाल सकते थे। बता दें कि पहले मैन ऑफ द मैच कप्तान विराट कोहली (131) और सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (104) की बेहतरीन पारियों के दम पर भारत ने श्रीलंका के सामने 376 रनों का विशाल लक्ष्य रखा और अपने गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर उसे 207 रनों पर ही ऑल आउट कर चौथे वनडे में 168 रनों से जीत दर्ज की।

