एशिया कप 2025 की 9 सितंबर को शुरुआत हुई थी तब भारत में पहलगाम आतंकी हमले के आक्रोश में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले को बहिष्कार करने की मांग हो रही थी। 14 सितंबर को मैच का बहिष्कार नहीं हुआ, लेकिन भारतीय टीम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और सशस्त्र सेना बलों के साथ खड़ी रही।
टॉस के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी समकक्ष सलमान अली आगा से हाथ नहीं मिलाया। फिर पाकिस्तान को रौंदने के बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। इसके बाद प्रस्तुति समारोह में सूर्यकुमार यादव ने भारत की जीत पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और भारतीय सेना को समर्पित की।
पाकिस्तान की नौटंकी
इस बेइज्जती से तिलमिलाए पाकिस्तान ने खूब ड्रामा किया। मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की नौटंकी एशिया कप के बहिष्कार तक पहुंच गई थी। ऐसा लगा संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के खिलाफ टीम मैच नहीं खेलेगी, लेकिन वह 450 करोड़ रुपये का नुकसान नहीं झेल सकता था। उसकी सारी हेकड़ी निकल गई और मैच खेलने के लिए तैयार हुई।
पाकिस्तान का झूठ
इसके बाद पीसीबी की ओर से पायक्रॉफ्ट की माफी को लेकर झूठ परोसा गया। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने प्लेयर एंड मैच ऑफिशियल्स एरिया (PMOA) से जुड़े नियमों के उल्लंघन को लेकर पीसीबी को मेल लिखकर कार्रवाई करने की बात कही। इन सबके बीच 21 सितंबर को सुपर-4 स्टेज में फिर भारत-पाकिस्तान का आमना-सामना हुआ।
दोनों टीमों में जमीन-आसमान का अंतर
पाकिस्तान के साहिबजादा फरहान और हारिस रऊफ ने मैदान पर गिरी हुई हरकत की। फरहान ने अर्धशतक के बाद बंदूक चलाने का इशारा करके जश्न मनाया। वहीं रऊफ ने फील्डिंग करते हुए 6-0 और विमान गिरने का इशारा किया। बाद सूर्यकुमार ने पाकिस्तान की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अच्छी खबर ली। उन्होंने पाकिस्तानी पत्रकार से दो टूक कहा कि दोनों टीमों में जमीन-आसमान का अंतर है और कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं है।
41 साल में दोनों टीमें पहली बार खिताबी मुकाबला खेलेंगी
एशिया कप अपने अंत की ओर बढ़ा तो सूर्यकुमार यादव, फरहान और रऊफ की शिकायत हुई। आईसीसी ने सूर्यकुमार और रऊफ की 30-30 प्रतिशत मैच फीस काटी। फरहान को फटकार पड़ी। हालांकि, सूर्यकुमार ने मिली सजा के खिलाफ अपील की। अब 28 सितंबर को लगातार तीसरे रविवार को भारत-पाकिस्तान आमने-सामने होंगे। 2025 में दोनों टीमों का दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में चौथी बार मुकाबला होगा। एशिया कप के 41 साल के इतिहास में दोनों टीमें पहली बार खिताबी मुकाबला खेलेंगी।
पाकिस्तान से ज्यादा दबाव
भारतीय टीम ट्रॉफी जीतने की प्रबल दावेदार है, लेकिन उस पर पाकिस्तान से ज्यादा दबाव होगा। सूर्यकुमार की टीम को केवल खिताब का बचाव नहीं करना है, बल्कि उसे अपने कप्तान के बयान को भी सच साबित करना है। यह बताना है कि वास्तव में पाकिस्तान की टीम उसके आसपास भी खड़ी नहीं होती। ऐसा नहीं हुआ तो कोच गौतम गंभीर और कप्तान सूर्यकुमार के करियर पर बहुत बड़ा कलंक लग जाएगा। यह हार हमेशा चुभती रहेगी।
15 दिन में तीसरी बार पाकिस्तान रौंदा जाएगा
पाकिस्तान के पास खोने के लिए बहुत कुछ नहीं है। वह टूर्नामेंट की दूसरी सर्वश्रेष्ठ टीम जरूर है, लेकिन भारत से दोनों मैच में एकतरफा अंदाज में हारी है। ऐसे में भारतीयों को उम्मीद ही नहीं पक्का विश्वास है कि 15 दिन में तीसरी बार पाकिस्तान रौंदा जाएगा।