भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के शुक्रवार (19 सितंबर) को अबूधाबी में ओमान के खिलाफ भारत के अंतिम लीग चरण के मैच में बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरने के बाद विशेषज्ञों और सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। एशिया कप 2025 के सुपर 4 चरण के लिए आसानी से क्वालिफाई करने के बाद भारत ने निचले क्रम के खिलाड़ियों को खेलने का मौका देने के लिए अपने बल्लेबाजी क्रम में रोटेट करने का विकल्प चुना और सूर्यकुमार 8 विकेट गिरने के बाद भी बल्लेबाजी के लिए नहीं आए।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 188 रन बनाए। लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने सूर्यकुमार के इस अपरंपरागत कदम की तारीफ की। हालांकि, उनके बेटे रोहन गावस्कर को सूर्यकुमार का कदम अच्छा नहीं लगा। गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स पर पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान के साथ बातचीत में कहा, “अगर वह एक ओवर भी बल्लेबाजी करते, तो कुछ चौके-छक्के लगा सकते थे और यह उनके लिए अच्छा होता। लेकिन जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी की, शायद उन्हें बल्लेबाजी अभ्यास की जरूरत नहीं है। उन्होंने शायद सोचा होगा कि अगर भारत किसी मैच में जल्दी विकेट गंवा देता है तो कुलदीप यादव की बल्लेबाजी काम आ सकती है। शायद इसीलिए उन्होंने कुलदीप को बल्लेबाजी के लिए भेजा होगा।”
इनोवेटिव सोच वाले व्यक्ति
सुनील गावस्कर ने कहा,”वह एक बहुत ही अपरंपरागत सोच रखते हैं। हमने श्रीलंका में देखा कि उन्होंने खुद गेंदबाजी की और रिंकू सिंह को भी गेंद थमाई। उन्होंने हाथ से फिसलते हुए मैच का रुख पलट दिया और भारत को मैच जिताया। वह एक इनोवेटिव सोच वाले व्यक्ति हैं। शायद इसीलिए उन्होंने बल्लेबाजी नहीं की और कुलदीप और अर्शदीप सिंह को मैदान पर उतारा।”
‘फिर रिंकू क्यों नहीं?’
76 वर्षीय गावस्कर के बेटे रोहन उन विशेषज्ञों में से थे, जो मैच के दौरान भारतीय कप्तान के बल्लेबाजी न करने आने से खुश नहीं दिखे। रोहन ने कहा कि अगर सूर्यकुमार ने बल्लेबाजी नहीं करने का फैसला किया था, तो टीम प्रबंधन निचले क्रम के बल्लेबाज रिंकू सिंह को मौका दे सकता था।
क्या बोले रोहन
रोहन ने क्रिकबज पर कहा, “मुझे यह बात समझ नहीं आ रही है कि अगर सूर्यकुमार यादव बल्लेबाजी नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने अर्शदीप, हर्षित और कुलदीप को अपने आगे भेजा है, तो उन्हें आराम कर लेना चाहिए। रिंकू को मौका दो। तुम बल्लेबाजी नहीं करोगे; तुम गेंदबाजी में योगदान नहीं दे पाओगे। अगर यही सोच है तो रिंकू को खेलने दो।”