India vs Australia: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट मैच की पहली पारी में यशस्वी जायसवाल डक पर आउट हो गए, लेकिन बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच पर दूसरी पारी में उन्होंने डटकर बल्लेबाजी करते हुए कंगारू पेस अटैक का सामना बेहतरीन तरीके से किया।

यशस्वी ने पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में बेहद धैर्य का साथ बल्लेबाजी की और भारत के लिए अहम अर्धशतकीय पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया में ये उनका पहला टेस्ट अर्धशतक रहा और खबर लिखे जाने तक वो 51 रन बनाकर खेल रहे थे। इस पारी के बाद उन्होंने जो रूट की भी बराबरी कर ली तो वहीं पर्थ टेस्ट में यशस्वी के साथ भारत के लिए ओपनिंग करने वाले केएल राहुल ने बेहतरीन रिकॉर्ड अपने नाम किया। यशस्वी और राहुल ने साल 2004 के बाद बतौर ओपनर टेस्ट में पहली बार 100 रन की साझेदारी की।

यशस्वी ने लगाया स्लो अर्धशतक

यशस्वी जायसवाल ने पर्थ टेस्ट मैच की दूसरी पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए कंगारू गेंदबाजों को दिखा दिया कि उनमें किस तरह की प्रतिभा है। उन्होंने दूसरी पारी में 123 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया और भारत के लिए ये पारी काफी अहम रही। टेस्ट क्रिकेट में ये यशस्वी का सबसे स्लो अर्धशतक भी रहा। इससे पहले यशस्वी ने टेस्ट में सबसे स्लो अर्धशतक 104 गेंदों पर वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में रोसोऊ में लगाया था।

जो रूट की बराबरी कर यशस्वी ने उन्हें पीछे भी छोड़ा

यशस्वी जायसवाल ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 की साइकल में 12वीं बार 50 प्लस की पारी खेलने का कमाल किया और जो रूट की बराबरी कर ली। जो रूट ने भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 की साइकल में 12 बार 50 प्लस की पारी खेली है। इसके अलावा साल 2024 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा 50 प्लस की पारी खेलने का मामले में यशस्वी रूट से आगे निकल गए। रूट ने इस साल 9 बार 50 प्लस की पारी खेली है जबकि यशस्वी ने 10वीं बार ऐसा कमाल कर दिया।

केएल राहुल ने सहवाग, आकाश चोपड़ा, वसीम जाफर, दिनेश कार्तिक को पीछे छोड़ा

पर्थ टेस्ट मैच की दूसरी पारी में खबर लिखे जाने तक यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने पहले विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी कर ली थी। इस साझेदारी के बाद केएल राहुल ने सहवाग, आकाश चोपड़ा, वसीम जाफर, दिनेश कार्तिक को पीछे छोड़ दिया। साल 2000 के बाद SENA देशों में बतौर ओपनर राहुल टेस्ट में अब सबसे ज्यादा बार 100 प्लस की साझेदारी में हिस्सेदार बनने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। केएल राहुल ने SENA देशों में बतौर ओपनर साल 2000 के बाद तीसरी बार 100 प्लस की साझेदारी की, लेकिन वीरेंद्र सहवाग, आकाश चोपड़ा, वसीम जाफर और दिनेश कार्तिक ने ऐसा कमाल दो-दो बार किया था।