IND vs AUS: मेलबर्न टेस्ट मैच में 4 दिन का खेल खत्म हो चुका है और ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर 333 रन की बढ़त बना रखी है। अब एक दिन का खेल शेष बचा है और कंगारू टीम का एक विकेट शेष है। खेल के पांचवें दिन विरोधी टीम की आखिरी जोड़ी ज्यादा देर तक शायद ना टिक पाए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर जो बढ़त बनाई है उसे आखिरी दिन हासिल करना आसान नहीं होने वाला है।
यानी अब हम ये मानकर चलें के भारत को शायद जीत के लिए 350 रन का टारगेट मिल सकता है या ये लक्ष्य इसके आसपास रह सकता है। क्या टीम इंडिया के बल्लेबाज आखिरी दिन जीत की कोशिश करेंगे या फिर वो ड्रॉ के लिए खेलेंगे। भारत अगर लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करता है तो उसे तेज खेलना होगा और इस प्रयास में बल्लेबाज जल्दी आउट हो सकते हैं इसका भी खतरा है। वहीं भारत अगर ड्रॉ के लिए भी खेलता है तो बल्लेबाजों को विकेट बचाना होगा और 5वें दिन पूरे समय तक खेलना होगा।
भारतीय बल्लेबाजों को बचाने होंगे विकेट
अब बात ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए करते हैं तो पैट कमिंस की टीम इस मैच को जीतने के लिए पूरा जोर लगाएगी। खेल के चौथे दिन हमने देखा कि भारतीय तेज गेंदबाज बुमराह और सिराज ने काफी अच्छी गेंदबाजी की और नई बॉल से उन्हें खूब मदद भी मिली। वहीं पांचवें दिन जब कंगारू गेंदबाज नई गेंद के साथ मैदान पर उतरेंगे तो वो घातक बनेंगे। भारतीय बल्लेबाजों को कोशिश करनी होगी कि कम से कम 15-20 ओवर तक काफी धैर्य के साथ खेलें और विकेट नहीं गंवाए। ये शुरुआत ओवर्स काफी अहम होंगे क्योंकि अगर इस दौरान विकेट गिर गए तो टीम दवाब में आकर बिखर सकती है और कुछ भी हो सकता है।
पुरानी गेंद पर रन बनाना होता है आसान
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट में कुकाबुरा गेंद का इस्तेमाल किया जाता है। ये गेंद जब तक नई होती है बल्लेबाजों को परेशान करती है, लेकिन गेंद जब पुरानी हो जाए तो फिर इससे विकेट निकालना मुश्किल हो जाता है। ये ट्रेंड हर टेस्ट मैच में देखने को मिला है। गेंद जब पुरानी हो जाती है तो इस पर रन बनाना आसान हो जाता है और खेल के चौथे दिन भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला तब नाथन लियोन और स्कॉट बोलैंड बल्लेबाजी कर रहे थे। इन दोनों ने पुरानी गेंद को आसानी से खेला और 110 गेंदों पर 55 रन की साझेदारी कर डाली। यानी भारतीय बल्लेबाजों को शुरुआती ओवर्स में कुछ भी करके विकेट बचाना ही होगा जिससे कि वो पूरे दिन खेल सकें और मैच को ड्रॉ करा लें। वैसे भारत अगर जीत जाता है तो इससे ज्यादा खुशी की बात कुछ और हो ही नहीं सकता।