वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टीम ने डोमिनिका टेस्ट को तीन दिन में ही खत्म कर दिया। गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने डोमिनिका टेस्ट में वेस्टइंडीज को एक पारी और 141 रन से मात दे दी। इस अहम जीत के बावजूद टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने बताया है कि टीम मैनेजमेंट के लिए अभी गेंदबाजों का वर्कलोड चिंता का विषय बना हुआ है।

टीम मैनेजमेंट के लिए सबसे बड़ी चिंता

डोमिनिका टेस्ट खत्म होने के बाद पारस म्हाम्ब्रे पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए, जिसमें उन्होंने बताया कि गेंदबाजों का वर्कलोड मैनेजमेंट इस वक्त टीम प्रबंधन के लिये चिंता का सबब है। खासकर अगले एक साल में टीम इंडिया का शेड्यूल जितना व्यस्त है उसे देखते हुए टीम मैनेजमेंट के लिए सबसे बड़ी चिंता यही है।

भारत को खल रही है बुमराह की कमी- पारस

इस दौरान पारस म्हाम्ब्रे ने गेंदबाजों के चोटिल होने पर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में हमारे अहम गेंदबाज चोटिल हुए हैं, जिसके बाद टीम मैनेजमेंट गेंदबाजों के वर्कलोड पर विशेष तौर पर काम कर रहा है। पारस म्हाम्ब्रे ने बताया कि भारत को इस वक्त जसप्रीत बुमराह की कमी सबसे अधिक खल रही है और टीम के अंदर गेंदबाजों के वर्कलोड मैनेजमेंट पर लगातार बात हो रही है।

बेंच स्ट्रेंथ बनाने का मिल रहा है मौका

पारस म्हाम्ब्रे ने इस दौरान कहा कि हमारे अहम गेंदबाजों के नहीं होने से हमें इस वक्त अपनी बेंच स्ट्रेंथ बनाने का सही मौका मिल रहा है। हमें आगे बढ़ते हुए अपने गेंदबाजों की फिटनेस पर ध्यान देना होगा। मुंबई और भारत के पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि इस साल होने वाले आगामी वनडे विश्व कप और एशिया कप को देखते हुए टीम प्रबंधन के लिए सावधानीपूर्वक रणनीति बनाना और गेंदबाजों के कार्यभार का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है।

सितंबर 2022 से बाहर हैं बुमराह

आपको बता दें कि टीम इंडिया के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह सितंबर 2022 से ही चोट की वजह से बाहर हैं। इस दौरान जसप्रीत बुमराह के बिना भारत ने एशिया कप 2022 और टी20 वर्ल्ड कप जैसे अहम टूर्नामेंट खेले हैं। अब बुमराह का एशिया कप 2023 तक फिट होना संभव माना जा रहा है। बुमराह की इसी साल मार्च में सर्जरी हुई थी।