भारत तीन दिसंबर 2025 की रात साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच चार विकेट से हार गया। भारत की हार प्रशंसकों को इसलिए भी और चुभ रही है, क्योंकि रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ के शतकों और केएल राहुल के अर्धशतक की मदद से 350 रन से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया था।

वनडे क्रिकेट में 300 से अधिक रन बनाना आमतौर पर जीत की गारंटी माना जाता है, लेकिन भारतीय टीम के साथ ऐसा 28 बार हो चुका है जब भारत ने 300 या उससे ज्यादा रन बनाने के बावजूद मुकाबला गंवाया। रायपुर में दक्षिण अफ्रीका से मिली हार इस अनचाही सूची में ताजा उदाहरण बन गई।

भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया सबसे बड़ा ‘किलर’

300 से अधिक रन बनाकर भारत को सबसे ज्यादा बार हराने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम दर्ज है। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 9 बार भारत को 300 या उससे ज्यादा का स्कोर के बावजूद पराजित किया है। इनमें मोहाली, बेंगलुरु, सिडनी, कैनबरा और ब्रिस्बेन जैसे मैदान शामिल हैं।

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पाकिस्तान और इंग्लैंड ने 5-5 बार दी मात

इस सूची में दूसरे स्थान पर पाकिस्तान और इंग्लैंड हैं। दोनों टीमों ने भारत को 300 से ज्यादा रन बनाने के बावजूद 5-5 बार हराया है। पाकिस्तान के खिलाफ यह हार रावलपिंडी, पेशावर, कराची, मोहाली और अहमदाबाद जैसे मैदानों पर देखने को मिली। वहीं इंग्लैंड ने कार्डिफ, राजकोट, ईडन गार्डन, बर्मिंघम और पुणे में भारत को बड़े स्कोर के बावजूद शिकस्त दी।

सूची में साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, न्यूजीलैंड भी

श्रीलंका और न्यूजीलैंड ने 3-3 बार भारत को 300+ स्कोर के बावजूद हराया है, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने दो बार ऐसा किया है। वेस्टइंडीज ने भी एक बार भारत को बड़े स्कोर के बावजूद मात दी है।

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वनडे में जब 300 से ज्यादा रन बनाने के बाद भी हारा भारत, देखें पूरी सूची

किस टीम से हारानतीजामैदानमैच की तिथि
श्रीलंका02 रन से हाराकोलंबो (आरपीएस)17 अगस्त 1997
न्यूजीलैंड43 रन से हाराराजकोट05 नवंबर 1999
दक्षिण अफ्रीका10 रन से हारानागपुर19 मार्च 2000
पाकिस्तान12 रन से हारारावलपिंडी16 मार्च 2004
पाकिस्तान03 विकेट से हाराअहमदाबाद12 अप्रैल 2005
पाकिस्तान07 रन से हारापेशावर06 फरवरी 2006
वेस्टइंडीज29 रन से हाराक्वालालंपुर14 सितंबर 2006
पाकिस्तान04 विकेट से हारामोहाली08 नवंबर 2007
पाकिस्तान08 विकेट से हाराकराची02 जुलाई 2008
ऑस्ट्रेलिया03 रन से हाराहैदराबाद05 नवंबर 2009
श्रीलंका03 विकेट से हारानागपुर18 दिसंबर 2009
इंग्लैंड06 विकेट से हाराकार्डिफ16 सितंबर 2011
इंग्लैंड09 रन से हाराराजकोट11 जनवरी 2013
ऑस्ट्रेलिया04 विकेट से हारामोहाली19 अक्टूबर 2013
ऑस्ट्रेलिया05 विकेट से हारावाका12 जनवरी 2016
ऑस्ट्रेलिया07 विकेट से हाराब्रिस्बेन15 जनवरी 2016
ऑस्ट्रेलिया25 रन से हाराकैनबरा20 जनवरी 2016
इंग्लैंड05 रन से हाराईडन गार्डन22 जनवरी 2017
श्रीलंका07 विकेट से हाराओवल08 जून 2017
ऑस्ट्रेलिया21 रन से हाराबेंगलुरु28 सितंबर 2017
ऑस्ट्रेलिया04 विकेट से हारामोहाली10 मार्च 2019
इंग्लैंड31 रन से हाराबर्मिंघम30 जून 2019
न्यूजीलैंड04 विकेट से हाराहैमिल्टन05 फरवरी 2020
ऑस्ट्रेलिया66 रन से हारासिडनी27 नवंबर 2020
ऑस्ट्रेलिया51 रन से हारासिडनी29 नवंबर 2020
इंग्लैंड06 विकेट से हारापुणे26 मार्च 2021
न्यूजीलैंड07 विकेट से हाराऑकलैंड25 नवंबर 2022
दक्षिण अफ्रीका04 विकेट से हारारायपुर03 दिसंबर 2025

ये आंकड़े बताते हैं कि सिर्फ बड़ा स्कोर बनाना ही काफी नहीं, बल्कि गेंदबाजी और फील्डिंग में भी निरंतरता जरूरी है। कई मौकों पर भारतीय गेंदबाज अंतिम ओवरों में रन रोकने में नाकाम रहे, जिससे मैच हाथ से फिसल गया।